कृषि और किसानों से जुड़े तीन कानूनों का विरोध करने और पंजाब व हरियाणा के किसान आंदोलन का समर्थन करने के लिए भाकियू ने भी ताल ठोक दी है। इस कड़ी में मेरठ में भी नेशनल हाईवे 58 को गांव जिटौली के सामने जाम किया जाएगा। भाकियू के प्रेस प्रवक्ता बबलू जिटौली ने बताया कि पूर्वाह्न 11 बजे गांव जिटौली के सामने किसान ट्रैक्टर ट्रॉलियों से सड़क जाम करेंगे। केवल एंबुलेंस, आर्मी और स्कूल वाहनों को ही निकलने दिया जाएगा। जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों की सुविधा के लिए बनाए गए तीनों कृषि कानून असल में पूंजीपतियों के लिए बनाए गए हैं। किसान एमएसपी की गारंटी और इससे कम दाम देने वाले को जेल भेजने का प्रावधान करने की मांग कर रहे हैं।
भाकियू पंजाब और हरियाणा में चल रहे आंदोलन का समर्थन नहीं कर रही थी। स्थानीय स्तर पर आंदोलन करने वालों से दूरी बना रखी थी। गुरुवार को दिल्ली कूच कर रहे किसानों पर हरियाणा बॉर्डर पर घमासान के बाद भाकियू ने किरकिरी से बचने के लिए भाकियू हाईकमान ने दोपहर को अचानक शुक्रवार को हाईवे जाम करने का आह्वान कर दिया।