मेरठ। मंदिर के सेवादार कांति प्रसाद की हत्या के मामले में करीब तीन घंटे तक हालात तनावपूर्ण बने रहे। पुलिस लाठीचार्ज की चेतावनी देती रही। इस दौरान एक दरोगा ने लाठी मारकर एक युवक का सिर फोड़ दिया तो भीड़ में आक्रोश फैल गया।
हिस्ट्रीशीटर नदीम मेवाती, निजाम कुरैशी आदि आरोपियों की गिरफ्तारी, एसओ भावनपुर संजय सिंह को हटाने और पीड़ित परिवार को 25 लाख की आर्थिक सहायता की मांग करते हुए भीड़ ने सेवादार का शव अब्दुल्लापुर चौराहे के पास जाम लगा दिया। शव हटवाने को लेकर हिंदू संगठनों के नेताओं और पुलिस में नोकझोंक चलती रही। एसपी देहात ने कई बार शव उठवाने का प्रयास किया। लेकिन बात नहीं बनी।
इस बीच कैंट विधायक सत्य प्रकाश अग्रवाल भी करीब 10:30 बजे वहां पहुंच गए। कार्यकर्ताओं ने शिकायत की कि पुलिस दो बार लाठीचार्ज का प्रयास कर चुकी है। जिस पर विधायक भड़क गए।विधायक ने एसपी देहात से कहा कि सपा-बसपा के दौर में लाठियां खाईं हैं, इंसाफ के लिए अपनी सरकार में भी लाठी खाएंगे। एसपी देहात ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। एसओ के लाइन हाजिर होने के बाद ही जाम हटाया गया।