अमनतास होटल के मालिक को पहले अवैध हिरासत में रखना और इसके बाद मूंछ का साथी बताकर 50 लाख की रंगदारी मांगने के मामले में दौराला सीओ की फजीहत हो रही है। मामले में एडीजी ने जांच बैठाई तो पुलिस ने खुद को बचाने के लिए अब होटल मालिक को शांतिभंग का आरोपी बनाते हुए एनसीआर दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश किया।
दरअसल, मोदीनगर निवासी रत्नेश भूटानी उर्फ गोल्डी ने अमनतास होटल दो साल पहले साहिबाबाद निवासी सौरभ सबरवाल को किराये पर दिया था। 19 लाख एडवांस जमा हो गया, जबकि 50 लाख बकाया है। इसी रकम को गोल्डी मांग रहा था। सौरभ की ओर से गोल्डी के खिलाफ सुशील मूंछ के नाम पर रंगदारी मांगने की शिकायत सीओ दौराला जितेंद्र सरगम को दी गई। इसके बाद सीओ ने गोल्डी को बिना जांच पड़ताल उठा लिया। बिना मुकदमा दर्ज किए उसे सुशील मूंछ के नाम पर रंगदारी मांगने का खुलासा करते हुए प्रेसनोट जारी कर दिया गया। एडीजी राजीव सबरवाल ने प्रकरण में जांच बैठा दी। दूसरी ओर पुलिस ने खुद को घिरता देख रंगदारी का मामला गायब कर दिया। गोल्डी को बस शांतिभंग में आरोपी दिखा कंकरखेड़ा थाने में एनसीआर दर्ज करते हुए कोर्ट भेज दिया।