मेरठ से मौलाना कलीम सिद्दीकी को गिरफ्तार करने के बाद यूपी ATS ने अब उत्तरप्रदेश के बिजनौर जिले में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। आतंकियों को हथियार सप्लाई करने के आरोप में कश्मीर से पकड़े गए जावेद सलमानी के भाई और पिता को उत्तरप्रदेश एटीएस ने बिजनौर जिले से गिरफ्तार किया है। आरोपी पुत्र के पास एटीएस को एक पिस्टल बरामद हुई है। बताया जा रहा है कि पुलिस को इस मामले से दूर रखा गया है और एटीएस बरेली व मुरादाबाद की टीम के साथ ही आर्मी इंटेलीजेंस इन दोनाें से थाना कोतवाली देहात में बंद कमरे में पूछताछ कर रही है।
दरअसल बिजनौर के कोतवाली देहात के ग्राम नूर अलीपुर भगवंत उर्फ डेहरी में रहने वाले जावेद सलमानी को सोमवार को श्रीनगर में अवैध पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया गया था। जांच में पता चला था कि जावेद नाई की दुकान पर काम करने की आड़ में आतंकियों को हथियार सप्लाई करने का काम करता है। कश्मीर से मिले इनपुट के आधार पर एटीएस ने जावेद के गांव डहरी छापेमारी की और उसके पिता शमीम और भाई परवेज को उठा लिया। Read Also : कलीम सिद्दकी धर्मांतरण केस में गिरफ्तार, एक इंटरव्यू में कहा था हिंदू इस्लाम नहीं कबूल करेंगे तो नर्क में जलेंगे
फिलहाल अभी एटीएस कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। दोनों पिता-पुत्रों से थाना कोतवाली देहात के एक बंद कमरे में पूछताछ जारी है। बस इतना सामने आया है कि परवेज के पिता ने कबूल किया है कि उसने मुजफ्फरनगर से हथियार लेकर कश्मीर में सप्लाई किए हैं। फिलहाल जांच एजेंसियां छानबीन में जुटी हैं।
मेरठ से मौलाना कलीम सिद्दीकी को किया था गिरफ्तार
मशहूर इस्लामिक स्कॉलर मौलाना कलीम सिद्दीकी (Kalim Siddiqui) व उनके साथी तीन मौलानाओं और ड्राइवर को यूपी एटीएस ने मंगलवार देर रात गिरफ्तार किया था। बताया जा रहा है कि इन लोगों को उत्तर प्रदेश के अवैध धर्मांतरण मामले में गिरफ्तार किया गया है।मौलाना कलीम सिद्दीकी पर हवाला के जरिए अवैध धर्मांतरण के लिए फंडिंग जुटाने का आरोप है। उसके खाते में विदेशों से कुल 3 करोड़ रुपये आए हैं जो भारत में अवैध धर्मांतरण के लिए भेजे गए थे। बताया जा रहा है कि मौलाना कलीम अवैध धर्मांतरण केस में गिरफ्तार किए गए उमर गौतम का करीबी है।
अवैध धर्मांतरण के कार्य को अंजाम देने का आरोप
यूपीएटीएस के अनुसार, मुजफ्फरनगर निवासी मौलाना कलीम सिद्दीकी दिल्ली में रहता है। उनपर विभिन्न प्रकार की शैक्षणिक, सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं की आड़ में अवैध धर्मांतरण के कार्य को अंजाम देने का आरोप है। यूपी एटीएस के अनुसार मौलाना कलीम विदेशों से मिल रही फंडिंग के आधार पर पूरे देश में संगठित ढंग से गैर मुस्लिमों को गुमराह कर रहा था। उन्हें डराकर भारत का सबसे बड़ा अवैध धर्मांतरण सिंडिकेट चला रहा था।
डर और लालच देकर कराता है धर्मांतरण
एडीजी, कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने आगे बताया “मौलाना कलीम सिद्दीकी जामिया इमाम वलीउल्ला नाम का एक ट्रस्ट चलाता है. जिसके जरिये सामाजिक सौहार्द के कार्यक्रमों की आड़ में विभिन्न प्रकार का लालच देकर अवैध धर्मांतरण कराता है। मौलाना कलीम के ट्रस्ट में हवाला और विदेशों से होने वाली फंडिग के जरिये तमाम मदरसों को भी फंडिग की जाती है।” एडीजी के मुताबिक इन मदरसों में मौलाना कलीम पैगामे इंसानियत के संदेश देने के बहाने जन्नत और जहन्नुम जैसी बातों का लालच और भय दिखाकर इस्लाम स्वीकार करने के लिये प्रेरित करता है। जिसके बाद इन लोगो को प्रशिक्षित कर अन्य लोगों को धर्मांतरण के लिये प्रेरित करता है। मौलाना कलीम इस दौरान खुद के लिखे हुए साहित्य और दावा (धर्मांतरण के आमंत्रण) निशुल्क मुहैय्या कराता है।
देश दुनिया के साथ ही अपने शहर की ताजा खबरें अब पाएं अपने WHATSAPP पर, क्लिक करें। Khabreelal के Facebookपेज से जुड़ें, Twitter पर फॉलो करें। इसके साथ ही आप खबरीलाल को Google News पर भी फॉलो कर अपडेट प्राप्त कर सकते है। हमारे Telegram चैनल को ज्वाइन कर भी आप खबरें अपने मोबाइल में प्राप्त कर सकते है।