अलीगढ़ से पकड़े गए बच्चा चोरी करने वाले गिरोह को लेकर आए दिन नए खुलासे हो रहे हैं। गिरोह के सदस्यों के पास से पुलिस ने फर्जी नाम के फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं। आरोपियों ने चोरी के बच्चों को अपना बच्चा बताकर गोद लेने की तैयारी की थी। इस गोदनामा को पूरी तरह से फर्जी तरीके से तैयार किया गया था.
पैसे के लिए चोरी कर के बच्चों को बचते थे
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी से पूछताछ में नकली गोदनामे का पता चला. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी द्वारा बताए गए स्थान से ये दस्तावेज बरामद किए। गोदनामा में बबली नाम की एक महिला ने कार्तिक नाम के बच्चे को अपने बेटे के रूप मैं बताया और कहा कि उसे मनीषा देवी गोद लेगी। इसमें दोनों तरफ के लोगों की फोटो नहीं है। केवल दो नाम लिखे हैं। पुलिस ने बताया कि मनीषा देवी को दिया गया बच्चा चोरी का था और गोदनामे के दस्तावेज भी पूरी तरह से जाली तरीके से तैयार किए गए थे. पैसे के लिए बच्चे को मनीषा को बेच दिया गया था।
फर्जी गोदनामा बनवाने के लिए पुलिस ने बढ़ाई धाराएं
पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ के बाद फर्जी गोदनामा व अन्य दस्तावेज मिलने पर आरोपियों के खिलाफ दर्ज मामलों में धाराएं बढ़ा दी हैं. इसमें नकली गोदनामा गढ़ने के अपराध की धाराएं भी शामिल और साथ ही चोरी का बच्चा होने की धराये भी शामिल हैं। साथ ही पुलिस आरोपितों से लगातार पूछताछ कर रही है।
पुलिस मामले की जांच कर रही है
एसपी सिटी कुलदीप गुनावत ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में फर्जी गोदनामा व फर्जी दस्तावेज बरामद किए गए हैं. ये सभी चोरी के बच्चे को अपना बच्चा बताकर लोगों को बेच देते थे। पुलिस अभी इस मामले की जांच कर रही है, इसके साथ ही मामले की धाराएं भी बढ़ा दी गई हैं।
पुलिस ने 16 आरोपियो को किया गिरफ्तार
अलीगढ़ पुलिस ने रविवार रात ऑपरेशन खुशी के तहत छापेमारी कर बाल चोरी का पर्दाफाश किया था. जिसमें 16 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. वहीं, 5 बच्चों को उनकी हिरासत से मुक्त कर दिया गया। पुलिस ने सभी बच्चों को उनके परिजनों को सौंप दिया। इसके बाद आरोपीयो से लगातार पूछताछ जारी थी। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने छह बच्चों को चोरी करने की बात कबूल की है। इसमें 5 बच्चे मिल चुके हैं। जबकि आरोपी ने एक बच्चे को मुंबई में बेचने की बात कही है। इस बच्चे को गिरोह ने गाजियाबाद से चोरी कर लिया और उसके बाद अपने गिरहो के जरिए मुंबई भेज दिया।