देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच 10 जनवरी से 60 साल से अधिक उम्र के बीमार बुजुर्गों, स्वास्थ्य सेवा और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए वैक्सीन की तीसरी डोज शुरू की जाएगी।
CoWIN के प्रमुख डॉ. आरएस शर्मा ने सोमवार को कहा कि इस समूह को रोकथाम खुराक के लिए ऐप पर फिर से पंजीकरण करने की आवश्यकता नहीं होगी। वे अपने पुराने CoWIN खाते से ही कुछ आवश्यक चरणों का पालन करने के बाद तीसरी खुराक (नुस्खे की खुराक) के लिए अपनी नियुक्ति का समय निर्धारित कर सकेंगे।Read Also:-उत्तर प्रदेश में फिर कोरोना पकड़ी रफ़्तार, आज 572 नए केस मिले, केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ भी संक्रमित; 8 माह बाद प्रदेश में इतने अधिक मरीज मिले
CoWIN ऐप पर पहले से मौजूद बुजुर्गों, हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स के नाम और डेटा ही इसके लिए काफी होंगे। इसी डेटा के आधार पर इस आयु वर्ग ने टीके की दोनों खुराकें ली हैं। स्लॉट बुकिंग आरोग्य सेतु ऐप और उमंग ऐप पर भी की जा सकती है। इसके अलावा केंद्रों पर भी इसकी बुकिंग की जा सकती है। इस समूह में करीब 14 करोड़ लोगों को टीका लगाया जाना है।
किसी प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं
सावधानी की खुराक केवल 60 वर्ष से अधिक आयु के उन लोगों के लिए लागू की जानी है जो कॉमरेडिडिटी (एक से अधिक बीमारी) से पीड़ित हैं। सरकार ने कॉमरेडिटी के अंतर्गत आने वाली 22 बीमारियों की सूची जारी की है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी व्यक्तियों को कॉमरेडिडिटीज के साथ डॉक्टर के पर्चे की खुराक लेने के लिए डॉक्टर से कोई प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं होगी। हालांकि, ऐसे लोगों को एहतियाती खुराक लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेने के लिए कहा गया है।
22 बीमारियों को कॉमरेडिडिटी लिस्ट में शामिल किया गया है
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और कोविन प्लेटफॉर्म के प्रमुख डॉ आरएस शर्मा के अनुसार, टीकाकरण अभियान के दौरान सरकार द्वारा कॉमरेडिडिटी सर्टिफिकेट का विवरण पहले ही जारी किया जा चुका है। ये विवरण बुजुर्गों के साथ-साथ गंभीर बीमारियों से पीड़ित 45 से 60+ आयु वर्ग के लोगों के लिए टीकाकरण की शुरुआत के दौरान जारी किए गए थे।

वहीं इस समय कोमोरबिडिटी सर्टिफिकेट पर भी फॉर्मूला लागू माना जाएगा। उन्होंने कहा कि 22 बीमारियों को सरकार की कॉमोर्बिटिज लिस्ट सूची में शामिल किया गया है।
सूची में हैं ऐसी बीमारियां
- मधुमेह, गुर्दे की बीमारी या डायलिसिस
- हृदवाहिनी रोग
- स्टेम सेल प्रत्यारोपण
- कैंसर
- सिरोसिस
- सिकल सेल रोग
- स्टेरॉयड का लंबे समय तक उपयोग
- प्रतिरक्षादमनकारी दवाएं
- मांसपेशीय दुर्विकास
- श्वसन तंत्र पर एसिड अटैक
- उच्च समर्थन की जरूरत
- बहु-विकलांगता जैसे बहरा-अंधापन
- सांस की गंभीर बीमारी के साथ अस्पताल में दो साल करीब में रहें हों

पीएम मोदी ने 10 जनवरी से डोज देने का किया था ऐलान
25 दिसंबर की रात को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 जनवरी से वैक्सीन की एहतियाती खुराक 60+ उम्र के ऐसे बुजुर्गों को देने की घोषणा की थी, जो कॉमरेडिटीज के दायरे में आते हैं। इसके साथ ही 10 जनवरी से पीएम मोदी ने फ्रंटलाइन वर्कर्स को एहतियातन डोज देने और 3 जनवरी से 15 से 18 साल की उम्र के बच्चों को कोरोना वैक्सीन देने की भी घोषणा की थी।
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