अमेरिकी स्टडी में खुलासा हुआ है कि कोरोना का यह वैरिएंट चिकनपॉक्स की तरह लोगों में तेजी से फैल सकता है। वैक्सीनेशन के बाद भी लोग कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित हो रहे हैं।
कोरोना के डेल्टा वेरिएंट को लेकर दुनियाभर के लिए परेशान करने वाली खबर सामने आई है। अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) की स्टडी में दावा किया गया है कि कोरोना का डेल्टा वेरिएंट दुनियाभर में कहर बरपा सकता है। यह वायरस चेचक (चिकनपॉक्स) की तरह ही तेजी से फैल सकता है। स्टडी की रिपोर्ट अमेरिका के बड़े अखबार न्यूयार्क टाइम्स में प्रकाशित हुई है, जिसमें बताया गया है कि डेल्टा वेरिएंट अन्य वेरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक है।
सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके लोगों में भी वायरस के संक्रमण और ट्रांसमिशन से बचाव कम होता है। इस वेरिएंट से वैक्सीनेटेड लोग भी संक्रमित हो जाते हैं और उतनी ही तेजी से संक्रमण फैला सकते हैं जितनी तेजी से वैक्सीन ना लगे लोग। यह वेरिएंट एल्फा वेरिएंट की तुलना में 10 गुना अधिक संक्रामक है। इससे संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते ही इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
CDC के डायरेक्टर डॉ. रोशेल पी वालेंस्की ने बताया कि वैक्सीनेशन करा चुके लोगों की नाक और गले में उतना ही वायरस होता है, जितना कि टीकाकरण न कराने वालों में, जिससे ये आसानी से फैल जाता है। हालांकि वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके लोग सुरक्षित हैं। वैक्सीन गंभीर रूप से बीमार होने से 90% तक बचाती है
डेल्टा वैरिएंट में वायरस की संख्या हजार गुना ज्यादा
डेल्टा से संक्रमित व्यक्ति में वायरस की मात्रा वायरस के मूल संस्करण से संक्रमित लोगों की तुलना में एक हजार गुना अधिक है। डेल्टा उन वायरस की तुलना में तेजी से फैलता है जिनसे MERS, सार्स, इबोला, सामान्य सर्दी, मौसमी फ्लू होता है। यह चेचक की तरह ही संक्रामक है।