उत्तर प्रदेश में अब निमार्ण कार्य ने गति पकडनी शुरू कर दी है। शासन की ओर से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर कुछ जगह काम शुरू कराया गया है। एनएचएआई के अनुसार मजदूर पहुंचने शुरू हो गए हैं। जल्द काम को और रफ्तार मिलेगी।
अधिकारी का कहना है कि –
मई में खुलने वाले एक्सप्रेस वे अब पांच से छह माह में बनकर तैयार होगा। इसके साथ ही एनसीआर में रैपिड रेल का भी काम शुरू हो गया।
बरती जा रही हैं सावधानियां
पूर्णबंदी के दौरान एक्सप्रेस-वे के निमार्ण कार्य में सोशल डिस्टेंसिंग के पालन का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। वहीं मजदूरों, मशीन चालकों और ठेकेदारों को निर्देश दिया गया है कि वे बिना आवश्यक एक-दूसरे के संपर्क में ना आएं। इसके साथ ही लगातार मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण करवाया जा रहा है और स्वच्छता का भी ध्यान रखा जा रहा है।
गाजियाबाद में भी काम शुरू :
यूपी गेट से डासना और डासना से मेरठ के बीच काम शुरू करा दिया गया। हालांकि पहले दिन मजदूरों की संख्या कम रही। इस कारण ज्यादा जगह पर निर्माण नहीं कराया जा सका। दोनों खंड करीब 70 फीसदी बनकर तैयार हैं।
मई तक एक्सप्रेस वे सभी के खोल दिया जाना था
लॉकडाउन नहीं लगता तो मई तक एक्सप्रेस वे को खोल दिया जाता। एनएचएआई के एक अधिकारी ने बताया कि काम की रफ्तार कुछ समय तक धीमी ही रहेगी। अभी ज्यादा मजदूर नहीं मिल रहे हैं। एनएचएआई ने निर्माण करने वाली कंपनी को गाइडलाइन के हिसाब से काम करने के लिए कहा है।
रैपिड रेल के निर्माण स्थल पर भी मजदूर पहुंचने लगे
रैपिड रेल का काम करने वाले मजदूरों को सामाजिक दूरी का पालन कराया जा रहा है। सभी मजदूरों के हाथ सेनेटाइजर से साफ कराए जा रहे हैं। बता दें कि साहिबाबाद से दुहाई तक रैपिड रेल का काम शुरू हो गया है। करीब 17 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर सबसे पहले बनकर तैयार होगा। इस कॉरिडोर में चार स्टेशन बनाए जाएंगे।