अमरोहा के कांकठेर रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार रात एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया. यहां स्टेशन मास्टर शराब राजीव गिरी नशे में ड्यूटी कर रहा था। रात 12 बजे कार्यभार संभालने वाले इस स्टेशन मास्टर ने चार बजे तक इतनी शराब पी रखी थी कि कंट्रोल रूम भी ट्रेनों की सही जानकारी नहीं दे पा रहा था.
आधी-अधूरी सूचना पर 4 से 5.30 बजे तक ट्रैक पर ट्रेनें चलती रहीं। इस दौरान उन्होंने स्टेशन पर हंगामा भी कर दिया. इस घटना से हड़कंप मच गया। 4-5 ट्रेनों के गुजरने के बाद भी सही सूचना व प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर तत्काल कंट्रोल रूम से इसकी सूचना स्टेशन अधीक्षक को दी गई.
सूचना मिलते ही स्टेशन अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह तत्काल रेलवे स्टेशन पहुंचे और उक्त स्टेशन मास्टर से खुद पदभार ग्रहण किया. मामले की जानकारी थाना अधीक्षक ने आरपीएफ को दी। आरपीएफ ने स्टेशन मास्टर को हिरासत में लेकर मेडिकल के लिए भेज दिया है. गनीमत रही कि इस दौरान कंट्रोल रूम को सही जानकारी नहीं दे पाने के बाद भी कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
मुरादाबाद के डीआरएम तरुण प्रकाश का कहना है कि जैसे ही स्टेशन मास्टर को शराब के नशे की सूचना मिली तो तुरंत पता चल गया कि ऑपरेशन पर असर हुआ है या नहीं. यह सच है कि स्टेशन मास्टर नशे में है। उसे तत्काल निलंबित कर दिया गया है। ट्रैक पर कोई रुकावट न हो यह सुनिश्चित करने के बाद ही कंट्रोल रूम से ट्रेनों का संचालन किया गया।
ड्यूटी रात 12 बजे से सुबह 8 बजे तक थी
राजीव गिरी कांकठेर रेलवे स्टेशन पर स्टेशन मास्टर के पद पर तैनात हैं। शुक्रवार रात 12 से 8 बजे तक उनकी ड्यूटी थी। आरोप है कि शनिवार की सुबह करीब 4 बजे स्टेशन मास्टर राजीव गिरी सुबह काफी नशे में धुत हो गए. कई बार स्टेशन पर कंट्रोल रूम को फोन कर ट्रेनों से संबंधित जानकारी मांगी गई, लेकिन वह स्पष्ट रूप से कुछ नहीं बोल पा रहा था. उसकी जुबान लड़खड़ा रही थी। कई बार उन्होंने ट्रेनों के बारे में गलत जानकारी भी दी।
स्टेशन मास्टर ने कहा- कोई ट्रेन प्रभावित नहीं हुई
सुबह करीब साढ़े पांच बजे स्टेशन अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ड्यूटी पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि स्टेशन मास्टर ने राजीव को मेडिकल के लिए भेजा है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इस दौरान कोई ट्रेन प्रभावित नहीं हुई है. उस समय वहां से कोई पैसेंजर ट्रेन नहीं गुजरी थी।