अगर 30 साल मैं दिहाड़ी मजदूरी कर लेता तो तब भी दाल-आटे का प्रबंध अपने परिवार के लिए कर सकता था। यह कहते हुए पंजाब के कांग्रेस कार्यकर्ता ने पंजाब अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को वायस मैसेज भेजकर खुदकुशी कर ली। यह वाॅयस मैसेज करीब 10 मिनट का है
पंजाब कांग्रेस से जुड़ा एक मामला सामने आया है। दअरसल एक वॉयस मैसेज वायरल हो रहा है जो कि कांग्रेस कार्यकर्ता दलजीत सिंह जांगपुर उर्फ हैप्पी बाजवा का है। जानकारी के अनुसार यह वायरस मैसेज हैप्पी ने बृहस्पतिवार को आत्महत्या करने से पहले पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को भेजा था। सिद्धू ने यह मेसेज ट्विटर पर शेयर किया है। इस मैसेज में हैप्पी ने बताया कि उसे कांग्रेस पार्टी के लिए कार्य करते हुए 30 साल गुजर गए। परंतु वह परिवार के लिए दाल-आटे का प्रबंध भी नहीं कर सकता। इस 10 मिनट के वॉयस मैसेज में हैप्पी ने खुद की बदहाली बयां की है।
दलजीत उर्फ हैप्पी ने इस वॉयस मैसेज में कहा-‘सिद्धू जी आप प्रधान बने हो आपको बधाई, पर मेरी तरह के कांग्रेसियों का हाथ भी थामें, मैं तो बीत गया, मेरा समय तो बीत गया है, मेरे परिवार का हाथ जरूर थामें, बड़े जमीर को मारकर इस तरह के काम होते हैं जो मैं करने जा रहा हूं, पर चलो भगवान को जो मंजूर है वह सब हो जाता है।’
दलजीत ने आगे कहा-‘मैं बहुत पुराना कार्यकर्ता रहा हूं पार्टी का, मैं यूथ कांग्रेस के साथ जुड़ा, राहुल गांधी के इलेक्शन कमिशन में आ गया था, इलेक्शन कमिशन के बाद मैंने कई राज्यों में काम किया, हरियाणा में सुरेजवाला जी के क्षेत्र में काम किया, उससे पहले भी जब बिट्टू साहब प्रधान बने थे तो मैं उनका डेलिगेट था, हरियाणा, हिमाचल, राजस्थान, मध्य प्रदेश में मैने काम किया। मध्य प्रदेश में 3 बार जा चुका हूं और वहां आल इंडिया कांग्रेस का को-ऑर्डिनेटर बनकर गया था। मैने गुजरात में भी काम किया जहां कांग्रेस डरती थी।’
Saddened by the dying declaration of our committed congress worker. Rushed to his near and dear ones, and did what I could – Disconsolate appeal to change the system !!! pic.twitter.com/McEmrmi7GH— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) July 30, 2021
कांग्रेस कार्यकर्ता ने अपनी आर्थिक हालत का जिक्र करते हुए कहा-‘मैं गरीब परिवार से संबंध रखता हूं और जब पंजाब मुड़कर वापस मैं आया तोअपने परिवार के लिए आटा-दाल का प्रबंध नहीं कर सका। मेरे खिलाफ इतनी पुलिस शिकायतें हुई, मेरी कमर तोड़कर रख दी, लेकिन मैंने पार्टी का हाथ नहीं छोड़ा, लेकिन पार्टी ने मेरे लिए कुछ नहीं किया। मरते दम तक मैं अभी भी पार्टी के साथ हूं। साढ़े 4 साल निकल गए हैं लेकिन परिवार को आटा-दाल तक का प्रबंध नहीं सका, हमारे साथ कई गरीब परिवार जुड़े हैं और हकदार हैं, लेकिन उनके भी आटा दाल का प्रबंध अभी तक नहीं हो सका। अकाली के कई अमीर परिवार हैं उनको आटा-दाल मिल रहे हैं लेकिन हम अभी तक उनके आटा-दाल तक बंद नहीं करा सके, उनके पास कारें हैं और कोठियां है, मेरे जैसे कार्यकर्ताओं को संभालिए प्रधान जी, ऐसे बहुत सारे कार्यकर्ता हैं जिन्होंने पार्टी के लिए दिनरात काम किया।’
दलजीत ने आगे कहा-‘कांग्रेस की सरकार में भी मेरे खिलाफ 307 का पर्चा दाखिल किया गया और मैं वहां शामिल तक नहीं था। अभी तक मुझे क्लीन चिट नहीं मिली है। मैने इतने पर्चे झेले हैं 30 साल तक मेरी कमर टूट चुकी है, अगर दिहाड़ी मजदूरी भी करता इतने साल तो अपने परिवार को कहां ले जाता। लेकिन मैने 30 साल कांग्रेस में निकाल दिए लेकिन कांग्रेस मेरे लिए आटा दाल तक का प्रबंध नहीं कर सकी।’