Home Breaking News एक साल करें इंतजार, सड़कों से गायब हो जाएगी ट्रकें

एक साल करें इंतजार, सड़कों से गायब हो जाएगी ट्रकें

आने वाले एक साल में महत्वपूर्ण हाइवे से ट्रकों का लोड काफी कम हो जाएगा। एक साल में कोलकाता से वाया मेरठ लुधियाना तक डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर बनकर तैयार हो जाएगा। मेरठ और आसपास इस प्रोजेक्ट पर तेजी से काम चल रहा है। फिलहाल जून-2021 तक प्रोजेक्ट को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। उसके बाद यह फ्रेट कॉरिडोर सामान ढोने का बड़ा माध्यम हो जाएगा। यह रेलवे के बिल्कुल समानान्तर चलेगा।

करीब एक दशक पूर्व देश में मालगाड़ियों के लिए बिल्कुल अलग ट्रैक का विचार किया गया था। देश को दो डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर में बांटा गया। एक पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, जो कोलकाता से लुधियाना के बीच है। इस कॉरिडोर में ही मेरठ और आसपास के जिलों में काम हो रहा है। कोरोना काल में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का काम थोड़ा बाधित रहा। अब तेजी से काम चल रहा है

फ्रेट कॉरिडोर से यह होगा फायदा

कोलकाला से वाया खुर्जा, मेरठ लुधियाना तक इस ट्रैक के शुरू हो जाने के बाद मालगाड़ी करीब 100 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ेगी। इससे यात्री ट्रेनों की भी रफ्तार बढ़ जाएगा। कारण सिग्नल मिलने में कोई परेशानी नहीं होगी। वहीं सामान ढोने वाली मालगाड़ी भी पहले तय समय से अधिक समय में एक स्थान से पहुंचेगी। वह अब आसानी से तय समय में ही तेज गति से पहुंच सकेगा।

मेरठ में छह स्टेशनों से गुजरेगी डेडिकेटेड फ्रेट ट्रेन

खुर्जा से पिलखनी, सहारनपुर के बीच डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की ट्रेन मेरठ जिले में छह स्टेशनों से गुजरेगी। मेरठ जिले में न्यू मोहिउद्दीनपुर, न्यू परतापुर, न्यू मेरठ कैंट, न्यू दौराला, न्यू सकौती टांडा आदि में फिलहाल स्टेशन प्रस्तावित है।

Must Read

एक साल करें इंतजार, सड़कों से गायब हो जाएगी ट्रकें