संरक्षण की कवायद के बीच इस साल भी डाल्फिन के कुनबे में बढ़ोतरी हुई है। गंगा में बिजनौर बैराज घाट से नरौरा तक पांच से 11 अक्टूबर तक वाइल्ड लाइफ और वन विभाग की संयुक्त टीम ने डॉल्फिन की गणना की थी। बिजनौर से नरौरा तक 41 डाल्फिन मिली हैं। पिछले साल यह संख्या 35 थी। एक साल में छह डाल्फिन की बढ़ोतरी और हर साल इनकी संख्या बढऩे को सुखद पहलू माना जा रहा है।
बिजनौर बैराज से गढ़मुक्तेश्वर और गढ़मुक्तेश्वर से नरौरा बैराज तक गणना के दौरान वर्ष 2015 में 22, 2016 में 30, 2017 में 32 और वर्ष 2019 में 35 डाल्फिन मिली थीं। सूबे में बिजनौर, मेरठ, गाजियाबाद, मुरादाबाद, बुलंदशहर से गुजर रही गंगा नदी में डॉल्फिन का वास है। इस साल सबसे अधिक संख्या बढ़ी है। डीएफओ डा. एम. सेम्मारन ने बताया इस साल गणना में 41 डाल्फिन मिली हैं। गंगा में इनके लिए पर्याप्त भोजन की उपपब्धता है।