फर्जी दस्तावेज लगाकर करोड़ों रुपये का लोन कराने के मामले में मेरठ के राज स्नेह ग्रुप के निदेशकों के घर शुक्रवार सुबह CBI ने छापेमारी की। राजस्नेह के निदेशक अशोक जैन, मनोज गुप्ता, अनिल जैन के आवास पर सुबह 8 बजे से CBI टीम दस्तावेज जांच रही है।
शुक्रवार सुबह CBI की अलग-अलग टीमों ने एक ही समय पर यह छापेमारी की, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। इस दौरान आसपास का पूरा इलाका सील कर दिया गया है। स्थानीय पुलिस भी CBI टीम के साथ है। टीम राज स्नेह ग्रुप के निदेशकों के घरों में दस्तावेजों को जांच रही है। बताया जाता है कि राज स्नेह फर्म ने करोड़ों का लोन फर्जी कागजों पर लिया हुआ है। जिसे लेकर सीबीआइ की छापेमारी हुई है।
सीबीआई की टीम चारों जगह एकसाथ पहुंची और घर के भीतर सभी परिजनों को एक जगह एकत्र कर उनको ड्राइग रूम में बैठा दिया गया। इस दौरान सीबीआई की टीम ने परिजनेां के मोबाइल फोन भी अपने कब्जे में ले लिए। टीम ने परिजनों से लोन संबंधी कागजातों के बारे में भी पूछताछ की। सीबीआई की छापेमारी से मेरठ के अन्य व्यापारिक समूहों में खलबली मच गई है। राजस्नेह से जुड़े कारोबारी भी अपने प्रतिष्ठान बंद कर भूमिगत हो गए हैं।
राजस्नेह पर अपनी बकाया रकम के लिए बैंक भी पहले की कार्रवाई कर चुका है। बैंक ने राज स्नेह के दिल्ली रोड स्थित शोरूम पर सील लगवा दी थी। छापेमारी के बाद ही सीबीआइ के अफसर तक इस पर बात करेंगे। अभी किसी को भी कुछ नहीं बताया जा रहा है।
इन जगहों पर छापेमारी
- अशोक जैन के सूर्य प्लेस स्थित आवास पर
- अशोक जैन के प्रेमपुरी स्थित पुराने आवास पर
- मनोज गुप्ता के सदर बाजार स्थित आवास पर
- अनिल जैन के वर्धमान फ्लोर मिल मोहकमपुर स्थित आवास पर
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