उत्तरप्रदेश के मेरठ में परमजीत नाम के युवक ने जहर खाकर जान दे दी है। यह वही परमजीत है जिसे 12 जुलाई को एनआईए ने पूछताछ के लिए उठाया था। परमजीत पर खालिस्तानी आतंकवादियों की मदद करने वाले गिरोह को हथियार सप्लाई करने का आरोप था।
जानकारी के मुताबिक परमजीत मेरठ के हस्तिनापुर के दूधली गांव का रहने वाला था। 6 जुलाई को NIA ने मेरठ में बहसूमा क्षेत्र के कस्बा रामराज निवासी गगनदीप सिंह को गिरफ्तार किया था। गगनदीप पंजाब के गैंगस्टर्स को हथियार सप्लाई करता था, ये गैंगस्टर खालिस्तानी आतंकवादियों तक इन हथियारों को पहुंचाते थे। गगनदीप की निशानदेही पर एनआईए ने 12 जुलाई को किठौर के रहने वाले आसिफ और परमजीत को गिरफ्तार किया था। हालांकि कई घंटों की पूछताछ के बाद एनआईए ने उसे छोड़ दिया था। इसके बाद एक बार फिर एनआईए ने उसे पूछताछ के लिए बुलाया था।
बताया जा रहा है कि पूछताछ इसके बाद से वह घर पर ही था, किसी से भी बात नहीं कर रहा था। जिसके बाद मंगलवार रात उसने जहर खा लिया, जिससे उसकी मौत हो गई। परिवार के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दिए बगैर ही उसके अंतिम संस्कार की तैयारी कर ली थी, लेकिन किसी ने पुलिस को इस बारे में बता दिया। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर परमजीत के शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
NIA टीम को देख खुद को कर लिया था बाथरूम में बंद
12 जुलाई को जब NIA परमजीत को पकड़ने पहुंची तो उसने खुद को बाथरूम में बंद कर लिया था। इसके साथ ही उसने अपना मोबाइल भी भूसे के ढेर में छिपा दिया था। काफी देर तक एनआईए की टीम उसे बाथरूम से निकालने का प्रयास करती रही, लेकिन जब वह नहीं माना तो टीम ने सख्ती के साथ उसे बाहर निकाला था और फिर उसका मोबाइल बरामद कर अपने साथ ले गई थी।