हवा की सेहत और बिगड़ने से लोगों का दम फूलने लगा है और आंखों में जलन होने लगी। सोमवार को 21 अंक के उछाल से बागपत का एयर क्वालिटी इंडेक्स 389 पर पहुंच गया। स्माग छाने से समस्या और बढ़ गई।कंडम वाहनों और फैक्ट्रियों का धुआं, सड़क निर्माण और मिट्टी खनन से उड़ती धूल वायु प्रदूषण बढ़ा रही है। हरियाणा और पंजाब में जलाई जा रही पराली का असर भी बागपत पर पड़ रहा है। सीएचसी अधीक्षक डा. विभाष राजपूत ने कहा कि श्वास संबंधी मरीजों की संख्या निरंतर बढ़ रही है।