वायु प्रदूषण में घिरते एनसीआर की पड़ताल के लिए ईपीसीए (पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण) के चेयरैमन भूरेलाल रविवार को अचानक मुजफ्फरनगर के दौरे पर पहुंच गए। पेपरमिल इकाइयों से काला धुआं निकलता मिला, वहीं रजवाहों में विषाक्त कचरा भरा था। उद्योगों से निकली राख सड़क किनारे जमा की गई थी।
नाराज भूरेलाल ने सख्त लहजे में उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों की क्लास ली। जिला प्रशासन और नगर महापालिका के अधिकारियों से कहा कि प्रदूषण जल्द साफ न हुआ तो दंडात्मक कारवाई तय है। रविवार दोपहर करीब 12 बजे भूरेलाल परतापुर चौराहे पर पहुंचे, जहां धूल का गुबार देखकर रुक गए। उन्होंने सड़क निर्माण और धूल रोकने के लिए पानी के छिड़काव का जायजा लिया। दौरा पूरी तरह गोपनीय था, इसलिए किसी विभाग के अधिकारी को सूचना नहीं थी। यहां से वो मुजफ्फरनगर पहुंचे।
भूरेलाल ने पहले खतौली क्षेत्र और नेशनल हाईवे-58 पर वायु प्रदूषण की स्थिति को देखा। खतौली क्षेत्र में सड़क किनारे कूड़ा जलता देख नाराजगी जताई। ईओ के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद जानसठ रोड पर स्थितियों को देखकर नाराजगी जताई। जानसठ, भोपा और जौली रोड पर अनेक स्थानों पर खुले में ही कोयले की राख (फ्लाइएश), पालीथिन, प्लास्टिक का कचरा मिला।