हर साल का यह दिन ऐसा होता है कि जेल में बंद अपने भाई के लिए बहन राखी लेकर जेल में पहुंचती है। इस बार कोरोना होने के कारण ऐसा नहीं हुआ, लेकिन जेल प्रशासन ने एक व्यवस्था की थी कि 31 जुलाई तक बहने अपने भाई के लिए राखी जेल गेट पर भिजवा सकती है। ताकि बंदी भाई को राखी जेल प्रशासन दे सके। सोमवार को सैकड़ों की संख्या में राखियां पहुंची। जिन्हें सैनिटाइज करके बंदियों को दिया गया। उधर, जेल में बंद बहनों ने अपने बंदी भाईयों को जेल परिसर में राखी बांधी।
वहीं, मिठाई का भी इंतजाम किया गया। जिसके बाद महिला जेल से इन महिलाओं को निकालकर पुरुष जेल में लाया गया और बंदी भाईयों को राखी बंधवाई गई। इसके अलावा जेल गेट पर 232 राखियां पहुंची। जेल अधीक्षक ने बताया कि इन राखियों को एकदम से बंदियों को नहीं दिया गया। राखी को 24 घंटे अलग रखा गया। सैनिटाइज किया गया। इसके बाद बंदियों को यह राखियां दी गई।