पांच राज्यों के चुनाव नतीजों के साथ ही एक नई लड़ाई का आगाज भी हो गया है। इसमें भाजपा व राजग के मुकाबले बाकी सभी को एकजुट करने की कवायद कितनी तेज होगी यह तो वक्त बताएगा, लेकिन यह तय है कि अब जंग बहुत आक्रामक व तीखी होगी। न सिर्फ चुनावी या प्रादेशिक बल्कि राष्ट्रीय और रोजमर्रा की राजनीति में भी।ममता बनर्जी भाजपा के सबसे मुखर विरोधी के रूप में स्थापित
फिलहाल ममता बनर्जी ने खुद को भाजपा के सबसे मुखर विरोधी के रूप में स्थापित कर लिया है। जिस तरह बंगाल में चुनाव के दौरान भी राजनीतिक हिंसा का दौर जारी रहा था उसमें यह आशंका और भी गहरा गई है कि अब सत्ता को स्थापित करने के लिए एक बार फिर हिंसक घटनाएं बढ़ सकती हैं।