हरियाणवी डांसर सपना चौधरी आज जिस मुकाम पर हैं वहां तक पहुंचने का उनका सफर आसान नहीं था। सिफर से शिखर तक का उनका सफर काफी मुश्किलों भरा रहा है। छोटी सी उम्र में पिता के निधन के बाद अपने परिवार का पेट भरने के लिए सपना को स्टेज पर डांस करना पड़ा था। सपना ने अपने इसी 13 सालों के संघर्ष भरे जीवन को एक वीडियो के माध्यम से याद किया और फैंस के बीच साझा किया। इस वीडियो में सपना ने हर उस पल के बारे में जिक्र किया जब वह कमजोर पड़ी या फिर वह मजबूती से खड़ी रहीं।सपना चौधरी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक लंबा चौड़ा वीडियो पोस्ट किया है। इस वीडियो के जरिए सपना ने अबतक की पूरी कहानी बयां की है। वीडियो में वह कहती हैं कि मैं भी दूसरे बच्चों की तरह स्कूल जाना चाहती थीं। लेकिन छोटी सी उम्र में ही उनके सिर से पिता का साया उठ गया। जब साल 2008 में पिता के देहांत होने के बाद उनके घर में कोई भी कमाने वाला नहीं था। तब मुझे काम करना पड़ा। मुझे याद भी याद है वो तारीख वो रात सात 2009 में 14 वर्ष की थी जब मैंने दूसरी दुनिया में एंट्री की और इस दुनिया ने मुझे बड़े प्यार से अपनाया। इसी दुनिया में मुझे एक ऐसा मुकाम दिया लोगों का प्यार मिला एक नई पहचान मिली।