उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सड़क सुरक्षा को लेकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उत्तर प्रदेश में अवैध पार्किंग संचालकों को सख्त चेतावनी- 24 घंटे के अंदर अवैध पार्किंग हटा दें, नहीं तो गैंगस्टर व गुंडा एक्ट के तहत होगी कार्रवाई, आप भी जानिए क्या हैं निर्देश..Read Also:-उत्तर प्रदेश : मस्जिद और मंदिर पर दोबारा लाउडस्पीकर लगे तो होगी सीओ और एसडीएम पर कार्यवाही, जानिए मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने क्या कहा
उत्तर प्रदेश में अगर आप अपनी गाड़ी सड़क के किनारे या इधर-उधर पार्क करते हैं तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही अवैध पार्किंग संचालकों पर सीएम योगी की खास नजर है। अब योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्य में अवैध वाहन स्टैंड और अवैध पार्किंग संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का फरमान जारी किया है। सड़क सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश के हर जिले में अवैध पार्किंग और वाहन स्टैंड खत्म होंगे। इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से 24 घंटे के भीतर विशेष अभियान चलाने के आदेश दिए गए हैं। हर जिले में अवैध पार्किंग के अभियान के दौरान चिन्हित संचालकों के खिलाफ गैंगस्टर एवं गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की जायेगी। इतना ही नहीं पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली से उनके द्वारा अर्जित की गई संपत्ति को भी जब्त कर लिया जाएगा।
योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
उत्तर प्रदेश में सड़क सुरक्षा के लिए अवैध पार्किंग और वाहन स्टैंड को खत्म करने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो दिन पहले वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए हैं, जिसके बाद सड़क सुरक्षा को लेकर विस्तृत आदेश जारी किया गया है।
- सड़क किनारे या पार्किंग व स्टैंड आदि पर अवैध अतिक्रमण के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए।
- यदि वाहन सड़कों के किनारे अवैध रूप से पार्क किए जाते हैं तो नगर निगम, विकास प्राधिकरण, परिवहन और पुलिस विभाग क्रेन लगाकर वाहनों को जब्त कर कर लिया जाये।
- बिना फिटनेस प्रमाण पत्र के कोई भी वाहन, स्कूल बस, निजी बस, ट्रक, दुपहिया एवं चौपहिया वाहन नहीं चलाना चाहिए। साथ ही वाहनों की ओवरलोडिंग को भी रोका जाए।
प्रदेश के हर जिले में 24 घंटे में अभियान चलाकर अवैध पार्किंग एवं स्टैंड संचालकों के खिलाफ गैंगस्टर एवं गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की जाये। साथ ही अवैध वसूली से अर्जित संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई की जाए।
- बड़े शहरों के प्रवेश द्वार पर वाहन नहीं खड़ा करना चाहिए। यदि वाहन सड़क के किनारे या ढाबों पर खड़े पाए जाते हैं तो संबंधित ढाबा मालिक के खिलाफ कार्रवाई करें।
- सड़क सुरक्षा को लेकर जन जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाने चाहिए।
- सड़कें और ओवरब्रिज स्टंट करने की जगह नहीं हैं। ऐसी अराजकता पर सख्ती से रोक लगनी चाहिए।
- हेलमेट, सीटबेल्ट के प्रयोग को सख्ती से लागू किया जाए।
- हाईवे और एक्सप्रेस-वे पर स्पीड मेजरमेंट, रैपिड मेडिकल फैसिलिटी, सीसीटीवी आदि में सुधार किया जाए।
- ट्रकों को राजमार्गों पर कतारबद्ध नहीं किया जाना चाहिए, एम्बुलेंस प्रतिक्रिया समय को और कम करें।
- स्पीड ब्रेकर टेबल टॉप हों। बुजुर्गों, बच्चों, महिलाओं, मरीजों को बेवजह कष्ट न उठाना पड़े।
- खराब डिजाइनिंग के कारण अक्सर लोग स्पीड ब्रेकर के किनारे की साइड की तरफ से वाहन को निकलने की कोशिश करते हैं, जिससे दुर्घटनाएं भी होती हैं।
- ओवरलोडिंग को रोकने के लिए भूतत्व व खनिकर्म के साथ-साथ परिवहन विभाग संयुक्त अभियान चलाए।
- ट्रकों और बसों की निर्धारित क्षमता का ध्यान रखा जाए और उसका कड़ाई से पालन किया जाए।
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