टेक्नोलॉजी के इस दौर में स्मार्टफोन हैक करना बेहद आसान हो गया है। शातिर साइबर अपराधी यूजर्स के हैंडसेट में वायरस और मैलवेयर इंस्टॉल कर बड़ी चतुराई से डेटा चुरा सकते हैं। इसमें यूजर्स के बैंक खाते की सुरक्षा को खतरा भी काफी बढ़ जाता है। कई ऐसे मालवेयर भी होते हैं, जो यूजर के फोन में हो रही सभी गतिविधियों पर नजर रखते हैं। यहां हम आपको कुछ जरूरी जानकारियां दे रहे हैं ताकि आप हैकिंग का शिकार न बनें। यहां हम आपको कुछ खास ट्रिक्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आप फोन में वायरस या मालवेयर का पता लगा सकेंगे।Read Also:-फेक वैक्सीनेशन कर सरकार बना रही रिकाॅर्ड! मेरठ में भाजपा नेता को 5 बार लगा दिया टीका, 6ठीं डोज की मिली तारीख
कैसे पता करें कि फोन में वायरस है या यह पूरी तरह से सुरक्षित है
फोन में वायरस है या नहीं, इसका पता लगाने का सबसे आसान तरीका है कि आप अपने स्मार्टफोन का तापमान जांच लें। अगर आपका फोन बिना इस्तेमाल किए भी गर्म रहता है, तो हो सकता है कि आपका फोन हैक हो गया हो और हैकर्स उससे डेटा भी चुरा रहे हों। अगर आपके फोन का डाटा बहुत जल्दी खत्म हो जाता है या फोन का बिल आपके इस्तेमाल से ज्यादा आ रहा है तो आप समझ जाएंगे कि हैकर्स भी आपके फोन को एक्सेस कर रहे हैं।
वहीं, अगर आपके फोन में बहुत सारे विज्ञापन दिख रहे हैं, तो यह भी फोन में वायरस या मैलवेयर का संकेत है। फोन में किसी विज्ञापन को देखने का सीधा मतलब है कि हैकर्स ने उसमें एडवेयर इंस्टॉल कर रखा है। इसके अलावा अगर आपकी कॉन्टैक्ट लिस्ट के कॉन्टैक्ट्स को आपकी जानकारी के बिना आपके नंबर से स्पैम मैसेज आ रहे हैं तो आपको सतर्क रहने की जरूरत है।
अपने फ़ोन पर वायरस ऐप्स का पता लगाएं और हटाएं
फोन में ऐप्स के जरिए भी वायरस प्रसारित किए जा सकते हैं। अगर आपको संदेह है कि आपके फोन में वायरस वाला कोई ऐप मौजूद है, तो आप इसे ढूंढ सकते हैं। इसके लिए फोन के मेन्यू में जाएं और देखें कि कहीं ऐसा तो नहीं है, जिसे आपने इंस्टॉल नहीं किया हो। अगर आपको ऐसा कोई ऐप दिखे तो उसे तुरंत अनइंस्टॉल कर दें। इसके साथ ही आप यह भी देख सकते हैं कि कौन सा ऐप फोन में ज्यादा डेटा इस्तेमाल कर रहा है।
ऐसे करें फोन को वायरस से बचाएं
आपको अलर्ट करने की जरूरत है ताकि फोन तक वायरस न पहुंचे। इसके लिए सबसे जरूरी है कि हमेशा वेरिफाइड एप स्टोर जैसे गूगल प्ले स्टोर और एपल एप स्टोर से एप डाउनलोड करें। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि फोन में इंस्टॉल ऐप यह पूछ रहा है कि डिवाइस को एक्सेस करने के लिए कौन सी परमिशन है। किसी भी ऐप को वह अनुमति न दें, जिसे लेकर आपके मन में कोई भ्रम हो। इसके साथ ही फोन में एक विश्वसनीय एंटी-वायरस रखना बेहतर होगा, जो समय-समय पर फोन को स्कैन करके वायरस का पता लगा सके।
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