यातायात नियमों का उल्लंघन अब होगा भारी पड़ने वाला है, अब गाड़ी की नंबर प्लेट कैमरे में कैद हो जाएगी। लाल बत्ती जम्प हुई तो चालान सीधे घर पहुंच जाएगा। कंपनी ने इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) के तहत शहर में काम शुरू कर दिया है। 31 दिसंबर तक प्रोजेक्ट का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। परियोजना का काम जापानी कंपनी NEC Corporation India Pvt द्वारा किया गया था। को दिया गया है।Read Also:-मेरठ: डोर टू डोर कूड़ा फिर से उठना शुरू होगा, राष्ट्रपति भवन, अयोध्या में वेस्ट मैनेजमेंट करने वाली कंपनियों ने दिखाई रुचि
कंपनी ने पिछले महीने मेरठ जिले में सर्वे का काम पूरा किया था। अब कंपनी की तकनीकी टीम ने चौराहों पर ऑप्टिकल फाइबर केबल (ओएफसी) लगाना शुरू कर दिया है। सभी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम ओएफसी से ही जुड़ेंगे। कंपनी एनईसी ने स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर के नौ चौराहों पर आईटीएमएस शुरू करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
लक्ष्य : दिसंबर तक पूरा करना है काम
नगर निगम में जहां आईटीएमएस के लिए अस्थायी नियंत्रण कक्ष का निर्माण अंतिम चरण में है। नगर निगम के एक्सईएन का कहना है कि 31 दिसंबर तक चौराहों को यातायात प्रबंधन के लिए तैयार करना है। नगर निगम अब कंपनी से रोजाना रिपोर्ट ले रहा है। आयुक्त सुरेंद्र सिंह लगातार कंपनी व निगम के अधिकारियों से रिपोर्ट ले रहे हैं.
सख्ती के साथ जागरूकता
निगम के अधिकारियों और आईटीएमएस कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक यातायात प्रबंधन के तहत इस योजना के प्रति जनता को जागरूक करने का भी प्रयास किया जाएगा। नगर यातायात निगरानी केंद्र खोला जाएगा। जंक्शन सुधार किया जाएगा। आईटी सेक्टर में साइनेज, डिमांड रिस्पॉन्सिव ट्रैफिक सिग्नल आदि भी काम करेंगे। पेलिकन सिग्नल, ट्रैफिक सर्विलांस कैमरा, रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन, वेरिएबल मैसेज साइन बोर्ड, एरिया ट्रैफिक मैनेजमेंट, कॉरिडोर मैनेजमेंट पर काम किया जाएगा।
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