विद्युत निगम में चली आ रही आंकड़ों की बाजीगरी का नमूना सामने आया है। करीब 37 हजार उपभोक्ता ऐसे हैं जिन्हें कनेक्शन तो जारी हुए लेकिन उनके बिल जमा नहीं हो रहे। ऊर्जा मंत्री के आदेश पर विभाग ने रिकार्ड खंगालना शुरू किया है। विद्युत कनेक्शनों और बिल जमा करने वालों का मिलान किया जा रहा है।
विद्युत निगम के आंकड़ों और वास्तविकता को लेकर काफी झोल रहता है। लाइन लॉस, बिजली चोरी तो कभी बिलों की गड़बड़ी को लेकर निगम चर्चाओं में रहता है, लेकिन इस बार बिजली कनेक्शन ही विवादों में आ गए हैं।
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने विभागीय समीक्षा में पाया कि कनेक्शनों की संख्या अधिक है जबकि बिजली बिल जमा करने वाले कम हैं। उन्होंने इस रिकार्ड की छानबीन कर दुरुस्त कराने के निर्देश दिए।
इस पर जनपद में छानबीन शुरू हुई तो हकीकत सामने आ गई। जिले में करीब तीन लाख 81 हजार विद्युत उपभोक्ता हैं, लेकिन इनमें से लगभग तीन लाख 44 हजार 39 उपभोक्ता ही बिल जमा कर रहे हैं। बाकी 36961 उपभोक्ताओं का पता नहीं है।
इन उपभोक्ताओं के कनेक्शन विभागीय रिकार्ड में चालू हैं लेकिन बिल जमा नहीं होने से विद्युत निगम का नुकसान बढ़ता जा रहा है। मंत्री के आदेश के बाद ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में ऐसे कनेक्शनों की छानबीन की जा रही है।