गुजरात में राजकोट के पास रविवार देर शाम भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.5 मापी गई. राष्ट्रीय भूकंप केंद्र ने यह जानकारी दी. भूकंप का केंद्र राजकोट से 122 किलोमीटर दूर उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा में स्थित था. रात 8:13 मिनट पर ये झटके महसूस किए गए. अब तक किसी के घायल होने या कोई नुकसान की सूचना नहीं है. NCS की वेबसाइट पर नक्शे के अनुसार, भूकंप भुज से लगभग 85 किमी दूर था, जहां 26 जनवरी 2001 को 7.7 तीव्रता के विनाशक भूकंप में 20,000 से अधिक लोग मारे गए थे और 1.5 लाख से अधिक लोग घायल हो गए थे.
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के निदेशक बीके बंसल ने कहा था कि दिल्ली-एनसीआर में हाल ही में आये भूकंप के चलते घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन तैयारियां और एहतियाती कदम उठाना जरूरी है. गृह मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, बंसल ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) द्वारा आयोजित एक बैठक में कहा कि दिल्ली के भूकंप के इतिहास को देखते हुए दिल्ली-एनसीआर में मामूली भूकंप के झटके असामान्य नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन जोखिम कम करने के लिए तैयारी और शमन उपाय करना जरूरी है. दुनिया में ऐसी कोई सिद्ध तकनीक नहीं है जिससे स्थान, समय और परिमाण के मामले में निश्चितता के साथ भूकंप की भविष्यवाणी की जा सके. एनडीएमए ने राज्य सरकारों से ऐसे कदम उठाने का अनुरोध किया है जिसमें आगामी निर्माणों में भूकंप के मद्देनजर निर्माण संबंधी नियमों का अनुपालन सुनिश्चित हो और कमजोर भवन का निर्माण नहीं हो. उसने राज्यों को जोखिम वाले ढांचों की पहचान करने और उनमें जरूरी सुधार करने का सुझाव दिया है। निजी इमारतों में भी चरणबद्ध तरीके से सुधार किया जाना चाहिए.