हथिनी कुंड बैराज से यमुना में 20 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने से खादर क्षेत्र के किसानों की चिंता बढ़ गई है। प्रशासन ने यमुना किनारे स्थित गांवों में खादर की जमीन में खेती करने वाले किसान सतर्क कर दिए गए हैं। साथ ही प्रशासन नदी के हरकतों पर पूरी नजर लगाए हुआ है। किसी तरह की समस्या होने पर तुरंत समाधान की तैयारी भी कर रहा है।
किसानों की चिंता बढ़़ी़
रविवार सुबह छोड़ा गया पानी सोमवार की देर शाम तक बागपत पहुंचेगा। बरसात में यमुना में पहले से ही काफी पानी है। अब और पानी छोड़ने से यमुना किनारे के छपरौली, शबगा, मांडी, काकोर कलां, कोताना, खेड़ी, लुहारी, निनाना, सुल्तानपुर हटाना, नैथला, निवाड़ा, सिसाना, बागपत, पाली, काठा, मवीकलां, सांकरौद और सुभानपुर समेत 23 गांवों में खादर में खड़ी धान, गन्ना और हरी सब्जियों की फसलों को लेकर हजारों किसानों की चिंता बढ़ गई है। हालांकि इस पानी से आबादी क्षेत्र में नुकसान का डर नहीं है।