लखनऊविधानसभा की अवमानना के एक मामले में गुरुवार को विशेषाधिकार समिति ने एक क्षेत्राधिकारी समेत छह पुलिसकर्मियों को दोषी पाया और उनके लिए सजा की भी सिफारिश की. उन्हें क्या सजा दी जानी चाहिए? शुक्रवार को विधानसभा में इस पर चर्चा होगी, साथ ही आज सभी पुलिसकर्मियों को तलब किया गया है.
इस संबंध में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना द्वारा विधानसभा में लाए गए प्रस्ताव पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने प्रमुख सचिव गृह व पुलिस महानिदेशक को सभी छह पुलिसकर्मियों को कल विधानसभा में पेश करने का निर्देश दिया है.
25 अक्टूबर 2004 को संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने प्रश्नकाल के बाद सदन के पूर्व सदस्य सलिल विश्नोई द्वारा सदन की अवमानना और विशेषाधिकार का नोटिस पेश किया। 28 जुलाई, 2005 को विशेषाधिकार समिति द्वारा की गई सिफारिशों पर, विधानसभा की विशेषाधिकार समिति ने सिफारिश की है कि सदन की अवमानना के दोषी पुलिसकर्मियों को कारावास से दंडित किया जाए।
जिन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की अनुशंसा विशेषाधिकार समिति ने की है उनमें बाबूपुरवा के तत्कालीन क्षेत्राधिकारी अब्दुल समद, किदवई नगर के तत्कालीन थानाध्यक्ष ऋषिकांत शुक्ला, तत्कालीन उपनिरीक्षक त्रिलोकी सिंह, तत्कालीन आरक्षक छोटे सिंह यादव, विनोद शामिल हैं. मिश्रा, मेहरबान सिंह यादव शामिल हैं।
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कल सदन में संबंधित पुलिस कर्मियों की प्रस्तुति के संबंध में प्रमुख सचिव गृह और पुलिस महानिदेशक को निर्देश जारी करने का अनुरोध विधानसभा अध्यक्ष से किया. अध्यक्ष ने इस मामले में दोनों अधिकारियों को कल सदन में पेश करने का निर्देश दिया. उन्होंने सभी पुलिसकर्मियों को घर बुलाकर मार्शल को सौंपने का निर्देश दिया।
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News Source: https://royalbulletin.in/6-policemen-including-co-found-guilty-of-contempt-in-up-assembly-will-be-heard-today/15447