उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कार्यकाल के पहले ही दिन प्रशासन के समक्ष अपना एजेंडा स्पष्ट कर दिया है। साफ संदेश दिया है कि भ्रष्टाचार और देशविरोधी गतिविधियों पर प्रशासन जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाए। इसमें किसी को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कितना भी रसूख वाला क्यों न हो। युवाओं में खासकर विश्वास बहाली करनी होगी। विकास ही सरकार का मूल मंत्र होगा। हर गांव तथा हर घर तक प्रशासन पहुंचे ताकि लोगों को यह अहसास हो कि सरकार उनके दरवाजे तक चलकर पहुंची है।
शपथ ग्रहण करने के बाद शुक्रवार को अधिकारियों के साथ अलग-अलग बैठकों में उन्होंने कामकाज को लेकर पूरा रोडमैप रखा। संदेश दिया कि भ्रष्टाचार में लिप्त अफसरों-कर्मचारियों के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है। लिहाजा, वे अपने आचरण में सुधार कर लें। किसी भी स्तर पर गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए। भ्रष्टाचारी हर हाल में नपेंगे। लोगों के सामने प्रशासन का चेहरा बिल्कुल साफ नजर आना चाहिए। पारदर्शी तरीके से हर काम को समय पर पूरा करना होगा।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि देश विरोधी गतिविधियां भी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं होंगी। यह नहीं चलेगा कि सरकारी नौकरी में रहते लोगों को भड़काया जाए। अलगाववाद को हवा दी जाए। इसे भूल जाने में ही भलाई है। राष्ट्रीय हित के इतर कोई भी काम अब जम्मू-कश्मीर में नहीं चलने वाला है।