मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन ने किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम सिटी मजिस्ट्रेट अनूप कुमार को 14 सूत्रीय ज्ञापन दिया.
ज्ञापन में मुख्य रूप से गन्ने के मूल्य एवं किसानों के खेतों में छोड़े गए पशुओं से होने वाले जान-माल के नुकसान पर सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए, चुनावी घोषणा पत्र के अनुसार किसानों की बिजली मुक्त फसलों का लाभकारी मूल्य है वही। 2 प्लस 50 स्वामीनाथन आयोग के फार्मूले को लागू करना, भूमि अधिग्रहण नीति को किसानों के लिए फायदेमंद बनाना, मंडी व्यवस्था को मजबूत करना, सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना आदि प्रमुख मुद्दे थे.
ज्ञापन सौंपने से पूर्व भारतीय किसान यूनियन के जिला कार्यालय में भारतीय किसान यूनियन की पंचायत भी आयोजित की गई, जिसमें 17 फरवरी को सिसौली में हाल ही में हुई समीक्षा पंचायत में शीर्ष नेतृत्व ने किसानों के आह्वान पर अधिक से अधिक ध्यान दिया. दिल्ली महापंचायत 20 मार्च को संख्या में दिल्ली जाने पर चर्चा हुई।
जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा व राष्ट्रीय महासचिव ओमपाल सिंह मलिक ने संयुक्त रूप से अपने बयान में कहा कि 20 मार्च को होने वाली दिल्ली की महापंचायत के लिए सभी व्यवस्थाओं के अनुसार मुजफ्फरनगर जिले से बड़ी संख्या में लोगों को ट्रेन, बसों व अन्य से यात्रा करनी है. उनके निजी वाहन। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आयोजित दिल्ली की महापंचायत को ऐतिहासिक बनाने के लिए कार्य व कार्य करेंगे।
ओमपाल सिंह मलिक ने यह भी कहा कि सभी कार्यकर्ता अपनी ड्रेस कोड हरी टोपी के साथ नियमित रूप से रखें ताकि भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं की एक अलग पहचान बने।
जिला मीडिया प्रभारी मुजफ्फरनगर चौधरी शक्ति सिंह ने पंचायत का संचालन किया.
इस मौके पर मुख्य रूप से श्यामापाल अध्यक्ष प्रदेश सचिव, गुलबहार राव नगर अध्यक्ष मुजफ्फरनगर, प्रमोद अहलावत, मनोज बालियान, रंधौल राठी, गुलाब चौधरी, विकास चौधरी, मानसिंह मलिक, संजय त्यागी, विजेंद्र बालियान, संजीव पवार, जोगिंदर पहलवान, सत्येंद्र चौहान, कुलदीप त्यागी , सरदार अमीर सिंह, कय्यूम अंसारी, राजा गुर्जर, शशि गुर्जर, साजिद कुरैशी, पप्पू मलिक, बिट्टू प्रधान, मजीद राणा, मोहब्बत अली महबूब अली सलीम कुरैशी, सतीश रॉयल, राजू पिन्ना, राजेंद्र बालियान आदि सैकड़ों कार्यकर्ताओं और अधिकारियों के साथ एवं किसान उपस्थित थे।
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News Source: https://royalbulletin.in/in-muzaffarnagar-the-bharatiya-kisan-union-demonstrated-in-the-court/11270