सुभारती ग्रुप के ट्रस्टी अतुल भटनागर से दो करोड़ की रंगदारी मांगने का पत्र बुढ़ाना पोस्ट ऑफिस से भेजा गया था। शाहिल और अभय के तीसरे साथी साहिल पारचा ने पुलिस को यह बात बताई। बता दें कि पांच जुलाई को सुभारती विवि परिसर में खड़ी एक लावारिश कार में कुख्यात अमित भूरा के नाम से एक पत्र मिला था।
लावारिस कार में धमकी भरा पत्र
एक माह बाद अतुल कृष्ण को कुख्यात सुनील राठी की मां राजबाला के नाम से डाक से भेजा गया एक पत्र मिला। इसमें दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। इंस्पेक्टर ऋषिपाल सिंह ने बताया कि अभय यादव निवासी अलीनगर दरभंगा बिहार, शाहिल निवासी अंसारी नगर ऑल इंडिया मेडिकल नई दिल्ली और साहिल पारचा निवासी महरौली दिल्ली ने यह साजिश रची थी।
फिल्मी है पुलिस की कहानी
पुलिस भले ही जो दावा करे, लेकिन अहम सवाल यह है कि तीनों युवकों कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं है तो सुनील राठी और अमित भूरा का नाम कहां से आ गया? ओला चलाने वालों ने दो करोड़ की रंगदारी का दुस्साहस कैसे कर लिया। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि यह साजिश किसी बड़े आदमी ने रची हो। पुलिस षडय़ंत्र रचने वाले को बचाने में जुटी है। तीनों आरोपितों को मोहरा बनाया गया हो। हालांकि इंस्पेक्टर पुख्ता साक्ष्य होने का दावा कर रहे हैं।