केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने यह बताया है कि मेरठ से गुजरने वाले सभी हाईवे को आपस में जोड़ा जाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी अवगत कराया है कि राष्ट्रीय राजमार्गों को बाईपास के जरिए मेरठ शहर को जोड़ा जाएगा। यानी आउटर रिंग रोड एवं इनर रिंग दोनों का रास्ता साफ है।
केंद्रीय मंत्री का पत्र आया है सांसद राजेंद्र अग्रवाल को। इस पत्र के आधार पर सांसद ने केंद्रीय मंत्री को वापस पत्र लिखकर रिंग रोड बनाने के लिए आभार व्यक्त किया है और साथ ही यह मांग की है कि रिंग रोड के लिए एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए। बताया गया कि यह रिंग रोड एनएचएआइ के तीन परियोजना कार्यालयों मेरठ, बागपत व गाजियाबाद से संबंधित है। बेहतर कार्यान्वयन हो इसलिए नोडल अधिकारी मंत्रलय से नामित किया जाए।
मेरठ के विकास के लिए तैयार महायोजना 2021 में प्रस्तावित 70 किमी लंबा आउटर रिंग रोड अब बन सकेगा। यह मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस वे, मेरठ-बुलंदशहर हाईवे संख्या -235, मेरठ-पौढ़ी हाईवे संख्या -119, मेरठ-मुजफ्फरनगर हाईवे संख्या-58, मेरठ-गढ़ नेशनल हाईवे संख्या -709 ए, मेरठ-करनाल हाईवे, मेरठ सोनीपत हाईवे संख्या-334 बी मुख्य रूप से जोड़ा जाएगा।
भविष्य की ट्रैफिक व्यवस्था को देखते हुए आउटर रिंग रोड शहर से दस से 15 किमी दूर होगा। गढ़ रोड पर सिसौली के पास और एनएच-235 पर खरखौदा के पास मिलेगा। मवाना रोड पर मुजफ्फरनगर सैनी के पास मिलेगा। ऐसे ही दिल्ली रोड पर मोहिउद्दीनपुर से आगे मेरठ-दिल्ली मार्ग पर मिलेगा।