
कुछ दिनों की शांति के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू खेमा एक बार फिर आमने-सामने आते दिख रहे हैं।
Punjab Congress Crisis: कुछ दिनों की शांति के बाद पंजाब कांग्रेस में एक बार फिर घमासान छिड़ता नजर आ रहा है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू खेमा एक बार फिर आमने-सामने आते दिख रहे हैं। सिद्धू के आक्रामक तेवर और उनके दो सलाहकारों मालविंदर सिंह माली और प्यारे लाल गर्ग की विवादित टिप्पणियों के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने इन टिप्पणियों के खिलाफ कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि हर किसी को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि देश विरोधी और समाज के लिए खतरनाक टिप्पणियों को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता। read also अलीगढ़ मिनी एयरपोर्ट होगा कल्याण सिंह के नाम पर: योगी कैबिनेट की अगली बैठक में हो सकता है प्रस्ताव, सोशल मीडिया पर उठी मांग

सिद्धू के सलाहकार मालविंदर सिंह हाल के दिनों में कई बार विवादित टिप्पणियां कर चुके हैं। मजे की बात यह है कि इन टिप्पणियों को लेकर सिद्धू की ओर से अभी तक कोई बयान नहीं जारी किया गया है। सिद्धू की खामोशी पर कांग्रेस नेता भी हैरान है। उनकी खामोशी पर सवाल उठने लगे हैं। कांग्रेस नेता इस बात को लेकर हैरान हैं कि सिद्धू अपने सलाहकारों को विवादित टिप्पणियों से क्यों नहीं रोक रहे हैं। इन टिप्पणियों के कारण दोनों खेमों के बीच खींचतान एक बार फिर बढ़ती जा रही है।

कश्मीर पर विवादित टिप्पणी प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सिद्धू के सलाहकार मालविंदर सिंह ने सोशल मीडिया पर हाल के दिनों में दो विवादित पोस्ट डाले हैं। कश्मीर को लेकर विवादित टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा है कि कश्मीर एक अलग देश है और भारत और पाकिस्तान ने इस पर अवैध कब्जा कर रखा है। उनका यह भी कहना है कि कश्मीर के लोगों को अपने भविष्य का फैसला करने का हक दिया जाना चाहिए।

सलाहकार पर एफआईआर दर्ज करने की मांग उनकी इस टिप्पणी पर विपक्षी दलों ने भी तीखी प्रतिक्रिया जताई है। शिरोमणि अकाली दल के मुखिया सुखबीर बादल और भाजपा नेताओं ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के साथ ही उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है। दोनों दलों की ओर से इस मुद्दे पर सिद्धू से भी जवाब मांगा गया है। हालांकि सिद्धू ने खामोशी ओढ़ रखी है।

इसके साथ ही सिद्धू के सलाहकार ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का एक पुरानी पत्रिका में छपा एक कार्टून भी अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया है। इंदिरा गांधी के इस विवादित कार्टून पर गंभीर टिप्पणी भी की गई है। इसे लेकर कांग्रेस नेताओं में जबर्दस्त बेचैनी दिख रही है मगर सिद्धू ने इस बाबत भी अभी तक कोई बयान नहीं दिया है।