
कृषि कानूनों को लेकर भाकियू और भाजपा में पहले से ही टकराव है, मुजफ्फरनगर के सिसौली गांव में बुढ़ाना विधायक उमेश मलिक के काफिले पर हमले और कालख पोताने के बाद राजनीतिक रंजिश और ज्यादा बढ़ गई है।
विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा और भारतीय किसान यूनियन के बीच टकराव तेज होता जा रहा है। जहां नरेश टिकैत ने साफ शब्दों में भाजपा नेताओं को बालियान खापों के गांवों में न आने की चेतावनी दी है वहीं केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान ने भी धमकी भरे लहजे में कहा है कि हम इतने बोद्दे (कमजोर) नहीं है कि किसी एक व्यक्ति के कहने से कोई हमें गांव में जाने से रोक देगा। Read Also : सपा महिला सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की नियुक्ति, जानिये अखिलेश यादव ने किसे सौंपी जिम्मेदारी

कृषि कानूनों को लेकर भाकियू और भाजपा में पहले से ही टकराव है, मुजफ्फरनगर के सिसौली गांव में बुढ़ाना विधायक उमेश मलिक के काफिले पर हमले और कालख पोताने के बाद राजनीतिक रंजिश और ज्यादा बढ़ गई है। भाजपा और भाकियू एक दूसरे पर लगातार हमलावर हो रहे हैं। जहां अमीरनगर में राकेश टिकैत के बोर्ड पर कालिख पोत दी गई वहीं उसके अगले दिन भाकियू नेताओं ने जाम लगाकर चेतावनी दी कि भाजपा नेता गांवों में नहीं घुसने देंगे। इसके बाद उमेश मलिक के काफिले पर हुए हमले के बाद अब भाजपा नेता संजीव बालियान और भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत आमने सामने आ गए हैं। Read Also : सतीश मिश्रा बोले- 2007 की तरह 2022 में पूर्ण बहुमत के साथ आएगी बसपा, इस विधानसभा का बसपा उम्मीदवार घोषित

वो गांव में घुस गया तो उसके साथ कुछ भी हो सकता है
नरेश टिकैत का एक वीडियो समाने आया जिसमें वह विधायक उमेश मलिक को निशाना बनाते हुए कह रहे हैं कि अगर वह बालियान खाप के किसी भी गांव में घुस गया तो उसके साथ कुछ भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि अगर समझौता होगा तो इज्जत के साथ होगा। मुकदमा यहां के विधायक पर भी दर्ज होगा और जिन्होंने कार्यक्रम में विधायक को बुलाया था उनके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज होगा। यह तो एक चेतावनी है कि इनकी गाड़ी पर कालस पोती गई है, ये तो शुरुआत है। इस बात का किसी को पता नहीं था कि इस तरह की कोई घटना होगी। यह बात भाजपा नेताओं को समझ लेनी होगी।
यह भी पढ़ें : शिवपाल यादव का दावा : यूपी चुनाव में जिस पार्टी के साथ प्रसपा होगी उसकी ही सरकार बनेगी
यह भी पढ़ें : सपा, बसपा, कांग्रेस ने युवाओं की भावनाओं से खेल किया, इन्हें आतंकवाद में वोट दिखता है : पंकज सिंह
एसपी साहब या तो कार्रवाई कर लो या बीच में से हट जाओ
वहीं इससे पहले विधायक उमेश मलिक के काफिले पर हमले के बाद भौराकलां पहुंचे संजीव बालियान ने कहा था कि हम इतने बोद्दे (कमजोर) नहीं है कि किसी एक व्यक्ति के कहने से कोई हमें गांव में जाने से रोक देगा। संवैधानिक मजबूरी न होती तो हमारे सामने बोल भी न पाते। हम हटने वाले नहीं हैं, दबने वाले नहीं है और पीछे जाने वाले नहीं है। हमारी रगो में भी वही खून है जो उनमें, इलाका भी वही है, संभाल लें अपने आपको। कोई मुगालते में ना रहे। दिमाग से वहम निकाल लें। हमारी मजबूरी को कमजोरी न समझे। कार्यकर्ता हमें भी इतने ही प्यारे हैं। उन्होंने कहा दबाव बनाना हमारे पे भी आता है। 2013 से सब सीख लिया। बालियान ने थाने में मौजूद डीएम और एसएसपी के सामने ही साफ कहा था कि जिले में अब कानून का राज स्थापित हो जाना चाहिए। या तो कार्रवाई कर लो या बीच में से हट जाओ।

ये था मामलाी
भाकियू के मुख्यालय सिसौली में एक कार्यक्रम में शामिल होने गए बुढ़ाना के भाजपा विधायक उमेश मलिक का विरोध करते हुए भाकियू समर्थकों ने उनकीकार पर काला तेल डाल दिया। इतना ही नहीं भाकियू कार्यकर्ताओं ने विधायक की कार पर पथराव और लाठी-डंडों से हमला किया गया। उमेश मलिक नेएक मकान में घुसकर जान बचाई।