मेरठ कालेज प्रबंध तंत्र यानी मेरठ कालिजिएट एसोसिएशन के चुनाव को लेकर सोमवार आज हाई कोर्ट प्रयागराज में सुनवाई है। इसमें प्रबंध तंत्र के चुनाव होंगे या नहीं इस पर निर्णय लिया जाएगा। मेरठ कालेज प्रबंध तंत्र मेरठ कालेज 1893 का स्थापित हुआ है। ऐतिहासिक कालेज होने के साथ सबसे बड़े कालेज के प्रबंध तंत्र के चुनाव को लेकर हर तीन साल में सरगर्मी होती है। इस चुनाव में शहर के कई बड़े उद्यमी सदस्य हैं। इसकी वजह से मेरठ कालेज का चुनाव काफी प्रतिष्ठित माना जाता है। चुनाव में गहमागहमी भी रहती है।अगस्त 2020 में इसके तीन साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है, लेकिन कोविड की वजह से चुनाव नहीं हो पाया। वर्तमान अध्यक्ष डा. राम कुमार गुप्ता की ओर से प्रशासन से चुनाव कराने की अनुमति मांगी गई थी। उनका कहना है कि उन्हें अनुमति नहीं मिली। जिसे लेकर उन्होंने कोर्ट को अवगत कराया था। उधर, दूसरे पक्ष का आरोप है कि मौजूदा प्रबंध तंत्र चुनाव कराना नहीं चाहता है इसलिए जानबूझकर जिला प्रशासन पर आरोप लगाया गया है। जबकि जिला प्रशासन की ओर से हाईकोर्ट में यह कह दिया गया है कि उन्होंने चुनाव कराने से मना नहीं किया है। इन सारे पक्षों को देखते हुए सोमवार को यानी नौ नवंबर को हाई कोर्ट में सुनवाई होनी है। सुनवाई में तय किया जाएगा चुनाव कराना है या नहीं।