
त्रिपुष्कर योग में इस बार पंचपर्व दीपोत्सव शुरू होगा। दीपोत्सव धन त्रयोदशी से भाई दूज तक चलेगा। 19 साल बाद धनतेरस पर त्रिपुष्कर नाम का शुभ योग बन रहा है। इस बार सुबह 8 बजे से रात 8.30 बजे तक खरीदारी के लिए पर्याप्त समय है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धन-त्रियोदशी या धनतेरस के रूप में मनाया जाता है।
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खरीदारी के लिए इसे अबुझा मुहूर्त भी कहा जाता है। इस दिन त्रिपुष्कर योग बनने से सभी प्रकार के निवेश और खरीदारी की जा सकती है। इस दिन प्रदोष और हस्त नक्षत्र बनने के कारण वाहन, भूमि, भवन, आभूषण और वस्त्र खरीदना शुभ रहेगा.

पंचपर्व: तिथि और मुहूर्त:-
2 नवंबर: धनतेरस
वैसे तो धनतेरस का पूरा दिन शुभ होता है। इस बार धनतेरस के दिन सुबह 8 से 10 बजे के बीच खरीदारी के लिए बेहद शुभ मुहूर्त रहेगा। इसमें स्थिर लग्न (वृश्चिक) उपस्थित रहेगा, दूसरा शुभ मुहूर्त सुबह 10:40 बजे से दोपहर 1:30 बजे के बीच रहेगा. लाभ और अमृत का शुभ चौघड़िया मुहूर्त इस समय उपस्थित रहेगा। दोपहर 1:50 से 3 बजे के बीच खरीदारी के लिए स्थिर विवाह के लिए शुभ मुहूर्त रहेगा। शाम 6:30 से 8:30 बजे के बीच स्थिर विवाह के लिए शुभ मुहूर्त रहेगा।
3 नवंबर: रूप चतुर्दशी
रूप चतुर्दशी को दिन भर चित्रा नक्षत्र रहेगा। इस नक्षत्र में चंद्रमा और बुध दोनों ही रहेंगे और चंद्रमा पर बृहस्पति की दृष्टि होने से घर का साज-सज्जा और सुख-सुविधाएं खरीद सकते हैं।
4 नवंबर: दिवाली
दीपावली पर सूर्योदय के साथ चतुर्ग्रही शुभ योग प्रारंभ होगा, जो रात भर रहेगा। ज्योतिषियों के अनुसार प्रदोष काल के दौरान देवी लक्ष्मी के साथ गणपति, सरस्वती, कुबेर और भगवान विष्णु की पूजा करने का भी विधान है। इस साल दिवाली पर चार ग्रह एक ही राशि में होंगे, सूर्य, बुध, मंगल और चंद्रमा तुला राशि में होंगे और बृहस्पति और शनि एक साथ मकर राशि में होंगे। इस वजह से यह दिवाली बेहद शुभ रहने वाली है।
5 नवंबर: गोवर्धन पूजा
दीवाली के अगले दिन राजा बलि पर भगवान विष्णु की जीत का उत्सव है। श्रीकृष्ण ने इस दिन देवेंद्र के सम्मान के लिए गोवर्धन धारण किया था।
6 नवंबर: भाईदूज
ज्योतिषी बताते हैं कि इस दिन यमुना ने अपने भाई यम को अपने घर भोजन पर आमंत्रित किया था। यही कारण है कि आज भी लोग अपने घरों में दोपहर का भोजन नहीं करते हैं। कल्याण और समृद्धि के लिए भाई को इस दिन अपनी बहन के घर स्नेह से भोजन करना चाहिए।

इस समय खरीदारी करने से बचें
ज्योतिषियों के अनुसार धनतेरस के दिन दोपहर 3 से 4:30 बजे के बीच राहुकाल रहेगा इसलिए इस दौरान खरीदारी करने से बचें।
खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त
- सुबह 8 से 10 बजे
- सुबह 10:40 से दोपहर 1:30 बजे तक
- दोपहर 1:50 से दोपहर 3 बजे तक
- शाम 6:30 बजे से रात 8:30 बजे तक
धनतेरस की पूजा का शुभ मुहूर्त
शाम 6:30 से 8:30 बजे के बीच स्थिर लग्न (वृषभ) रहेगा और स्थिर लग्न में की गई पूजा का फल हमेशा स्थिर रहता है। पूजा के लिए सबसे अच्छा समय धनतेरस के दिन शाम 6:30 से 8:30 बजे के बीच होगा।

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