
नोएडा, दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप शनिवार सुबह 9:47 बजे आया। इसका असर करीब 15 सेकेंड तक रहा। पंजाब और जम्मू-कश्मीर में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं।
भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.7 मापी गई। दिल्ली-एनसीआर के नोएडा में भी लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए हैं। जम्मू के कई जिलों में भी लोगों ने धरती में झटके महसूस किए। जानकारी के मुताबिक भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान और ताजिकिस्तान की सीमा पर हिंदुकुश पहाड़ियों के पास था।
नोएडा के कुछ लोगों ने ट्वीट कर बताया कि जमीन कम से कम 20 सेकेंड तक हिली। दिल्ली में भी लोगों ने भूकंप के झटके महसूस करने की बात कही है। एक शख्स ने कहा, ”मैंने महसूस किया कि मेरा सिर घूम रहा है। जब मैंने पंखे की तरफ देखा तो वह अचानक हिल रहा था। मुझे लगा कि भूकंप आया है। नोएडा में करीब 25-30 सेकेंड तक तेज झटके महसूस किए गए।’‘Read Also:-कोरोना(Corona Test)टेस्ट के बहाने से प्राइवेट पार्ट से लिया स्वाब, कोर्ट ने सुनाई 10 साल की कैद
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भूकंप से कांप उठी धरती
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में भी शनिवार को ही भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने बताया कि उत्तरकाशी में आज सुबह रिक्टर पैमाने पर 3.6 की तीव्रता के साथ धरती हिली। भूकंप तड़के करीब 3.15 बजे आया और यह पृथ्वी की सतह से 10 किलोमीटर नीचे स्थित था। भूकंप का केंद्र उत्तरकाशी से 58 किमी उत्तर पश्चिम में था।
गुजरात के कच्छ में शुक्रवार को भूकंप के झटके
गुजरात के कच्छ जिले में शुक्रवार सुबह 3.1 तीव्रता का भूकंप आया। इससे किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। भूकंप का केंद्र रापर गांव में था। गांधीनगर स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ सिस्मिक रिसर्च (आईएसआर) ने कहा, “शुक्रवार सुबह 10.16 बजे कच्छ के रापर में 3.1 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। भूकंप का केंद्र जमीन की सतह से 19.1 किमी की गहराई पर था।
जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि भूकंप के कारण क्षेत्र में किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की कोई खबर नहीं है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, कच्छ जिला अत्यधिक जोखिम वाले भूकंपीय क्षेत्र में स्थित है। गौरतलब है कि 2001 में आए भूकंप से कच्छ बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था।

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