विश्वभर में खेल सामग्री उपलब्ध कराकर लगभग 600 करोड़ रुपये सालाना का निर्यात करने वाले मेरठ के खेल उद्योग को और ऊंची उड़ान देने की तैयारी है। भारत सरकार की एक जनपद एक उत्पाद योजना से जल्द ही यह सपना पूरा होगा।
खेल उद्योग की समस्याओं का समाधान करके उत्पादन और क्षमता बढ़ाने के लिए दिल्ली बाईपास पर स्पोट्र्स गुड्स एंड इक्यूपमेंट क्लस्टर बनाने की योजना तैयार हो गई है। इसमें विश्वस्तरीय एक्सपो मार्ट के साथ रॉ मेटेरियल बैंक और ट्रेनिंग सेंटर होगा। यहां विदेशी खरीदारों को बुलाया जाएगा और एक हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार भी मिलेगा। बस प्रदेश सरकार की कंसल्टेंट एजेंसी के एक्सपर्ट की टीम द्वारा मेरठ आकर इसकी डीपीआर को अंतिम रूप देना बाकी है। यह इसी सप्ताह आ रही है।
प्रदर्शनी लगेंगी, होंगी बायर-सेलर मीट
एक्सपो मार्ट में हर समय उत्पादों की प्रदर्शनी लगेगी। विदेशी खरीदारों को बायर-सेलर मीट में बुलाया जाएगा। कच्चे माल की उपलब्धता की समस्या खत्म होगी। रॉ मेटेरियल बैंक सभी को सस्ती दरों पर सामग्री उपलब्ध कराएगा। खेल उद्योगों में निकलने वाला कचरे का निस्तारण भी एक समस्या है। इससे नई सामग्री के निर्माण का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
उप आयुक्त उद्योग वीके कौशल ने बताया कि सबकुछ तैयार है। दस फीसद इनवेस्टर के नियम के तहत जमीन एसपीवी द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है। एक महीने के भीतर इसके लिए राशि उपलब्ध होने की उम्मीद है। एक साल में क्लस्टर स्थापित करके शुरू कराने का लक्ष्य है।