
चिपियाना रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) बनकर तैयार हो जाने के बाद दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से जुड़ा प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा। साथ ही प्रोजेक्ट पूरा होने पर टोल कलेक्शन भी शुरू हो जाएगा। इस संबंध में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को 10 फरवरी के बाद टोल संग्रह के लिए टोल एजेंसी के लिए सभी व्यवस्था करने के लिए कहा गया है। इस संबंध में पहले ही मंजूरी मिल चुकी है, लेकिन कुछ तकनीकी समस्याओं के कारण टोल पर रोक लगा दी गई है। अब तक नहीं लगाया गया है। टोल लगने के साथ ही करीब 10 महीने से चल रही मुफ्त यात्रा भी खत्म हो जाएगी। दिल्ली से मेरठ के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों को एक तरफ से 140 रुपये देने होंगे।Read Also:-क्रिकेट टीम इंडिया के दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह: युवराज सिंह का ‘गंदा चेहरा’ देख फैंस ने किए लाजवाब कमेंट्स, सोशल मीडिया पर VIDEO हुआ वायरल
25 दिसंबर से शुरू होनी थी रिकवरी
दिसंबर में टोल लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी। 25 दिसंबर से टोल वसूली शुरू होनी थी, लेकिन समय रहते प्रस्ताव टाल दिया गया। इसके पीछे कहा गया कि एक्सप्रेस-वे से जुड़ा प्रोजेक्ट अभी तक पूरा नहीं हुआ है। एक्सप्रेस-वे के दूसरे चरण में अलीगढ़ रेलवे लाइन पर चिपियाना गांव के पास आरओबी के निर्माण का काम पूरा नहीं हो पाया है, जिससे यातायात प्रभावित हो रहा है। जब तक एक्सप्रेस-वे का पूरा ट्रैफिक सामान्य नहीं हो जाता, तब तक कोई टोल वसूली नहीं होगी।
इसके साथ ही एक्सप्रेस-वे पर लगे ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर (एएनपीआर) कैमरे की निगरानी करने वाला कंट्रोल रूम भी पूरी तरह तैयार नहीं था। इससे वाहनों के लिए यह ट्रैक करना मुश्किल हो गया कि कौन सा वाहन किस बिंदु से प्रवेश किया है। एनएचएआई द्वारा डासना में एक नया नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया था जिससे सभी कैमरे जुड़े हुए थे। अब कैमरे रियल टाइम पर काम कर रहे हैं। हर वाहन को स्कैन किया जा रहा है और प्रवेश और निकास समय का सही पता लगाया जा रहा है।
अंतिम दौर में आरओबी का काम
सराय काले खां से डासना तक चार लेन की सड़क को 14 लेन की सड़क में बदल दिया गया है। इसके लिए चिपियाना में अलीगढ़ रेलवे लाइन पर तीन नए पुल भी बनाए गए हैं। इनमें से छिपियाना गांव की ओर छह लेन का पुल बनाया गया है, जबकि दो पुल कवि नगर औद्योगिक क्षेत्र की ओर हैं। इनमें दो लेन का पुल तैयार किया गया है जिसे यातायात के लिए खोल दिया गया है। साथ ही दूसरे पुल पर गॉर्डर लॉन्चिंग का काम भी तेजी से चल रहा है। एनएचएआई ने अंतिम पुल तैयार करने की समय सीमा 10 फरवरी तक तय की है।
पहले चरण में सिर्फ मेरठ में टोल
शुरुआत में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर मेरठ (परतापुर) टोल प्लाजा पर ही शुल्क लिया जाएगा। उसके बाद सराय काले खां से दासन के बीच टोल लिया जाएगा। इसके लिए सड़क परिवहन मंत्रालय दिशा-निर्देश बना रहा है, जिसमें एनएचएआई को चलती गाड़ी से टोल वसूलने और टोल न चुकाने पर कार्रवाई करने का अधिकार मिलेगा।
मेरठ-दिल्ली टोल की दरें
सराये काले खां | प्रवेश : रसूलपुर सिकरोड | निकासी : भोजपुर | निकासी : मेरठ |
कार, जीप, हल्के वाहन | 95 | 115 | 140 |
हल्के व्यावसायिक वाहन | 150 | 190 | 225 |
बस, ट्रक, दो एक्सल वाहन | 315 | 395 | 470 |
थ्री एक्सल एवं भारी वाहन | 340 | 435 | 515 |
चार से छह एक्सल वाहन | 490 | 625 | 740 |
सात एक्सल वाहन | 600 | 760 | 900 |