जेईई मेंस की परीक्षाएं 20 जुलाई से शुरू होगी। मंगलवार कों केंद्रीया शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने लाइव आकर यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि छात्रों को आवेदन का दोबारा मौका दिया जाएगा।
तीसरे चरण की जेईई मेंस की परीक्षाएं 20 जुलाई से शुरू होगी। मंगलवार कों केंद्रीया शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने लाइव आकर यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि छात्रों को आवेदन का दोबारा मौका दिया जाएगा।वहीं, उन्होंने परीक्षा के लिए व्यवस्था कराए जाने के लिए सभी मुख्यमंत्रियों का आभार जताया। जानकारी हो कि राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) चार सत्रों में अंडरग्रेजुएशन इंजीनियरिंग एडमिशन परीक्षा आयोजित कर रहा है। NTA ने COVID-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण 19 अप्रैल को JEE मेन 2021 अप्रैल सत्र स्थगित कर दिया था। परीक्षा 27 से 30 अप्रैल तक निर्धारित की गई थी। परंतु वह भी पोस्टपोन कर दिया गया था।
नई आयोजन तिथियों और परीक्षा केंद्र उपलब्ध कराने समेत अन्य सहयोग के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ निशंक ने विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी धन्यवाद दिया। साथ ही धैर्य रखने के लिए अभिभावकों के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए, उन्होंने सभी छात्रों को शुभकामनाएं भी दीं। केंद्रीय शिक्षा मंत्री का पूरा संबोधन यहां सुना जा सकता है। उन्होंने कहा कि तीसरे चरण की जईई परीक्षाएं 20 जुलाई, 2021 से 25 जुलाई, 2021 तक होंगी। वहीं, चौथे चरण की परीक्षा 27 जुलाई, 2021 से 02 अगस्त, 2021 तक होगी।
छात्रों को आवेदन का पुन: मौका दिया जाएगा
केंद्रीय शिक्षा मंत्री निशंक ने कहा कि छात्रों को आवेदन का पुन: मौका दिया जाएगा। तीसरे चरण के आवेदन छह जुलाई से आठ जुलाई, मध्य रात्रि तक स्वीकार किए जाएंगे। जिसकें बाद 20 जुलाई से 25 तक तीसरे चरण व 27 से 02 अगस्त तक चौथे चरण की परीक्षा होगी।
JEE मेन 2021 मार्च रिजल्ट घोषित किया था
जेईई मेन 2021 मार्च सत्र के परिणाम 25 मार्च को घोषित किए गए थे। 13 छात्रों ने 100 पर्सेंटाइल में एनटीए स्कोर किया था। इसके लिए कुल 6,19,368 उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया था। जेईई मेन फरवरी 2021 सत्र की परीक्षा में कुल छह जेईई मेन उम्मीदवारों ने 100 पर्सेंटाइल हासिल किया था। इस साल अंडरग्रेजुएशन इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा चार सत्रों में आयोजित की जा रही है। पहले दो सत्र – फरवरी और मार्च – बिना किसी रुकावट के आयोजित किए गए थे, लेकिन देश में कोविड की दूसरी लहर के बीच अप्रैल और मई की परीक्षाओं को स्थगित करना पड़ा।