नोएडा। जैसे-जैसे गर्मी बढ़ेगी वैसे-वैसे मच्छर भी बढ़ेंगे। जिला मलेरिया विभाग की सलाह है कि अब से मच्छरों को पनपने से रोका जाएगा, तभी मच्छर जनित बीमारियों पर काबू पाया जा सकेगा। जिला मलेरिया अधिकारी राजेश शर्मा ने कहा- होली के बाद विभाग एक्शन मोड में आ जाएगा। वेक्टर जनित रोग नियंत्रण अधिनियम 2015 के क्रियान्वयन के लिए विभाग की टीमें फील्ड निरीक्षण करेंगी. जिन परिसरों में मच्छरों का प्रजनन (लार्वा) अनावश्यक जल भराव पाया जाता है, वहां संबंधित को नोटिस जारी किया जाएगा। और अगर ऐसी स्थिति दोहराई गई तो जुर्माना भी लगाया जाएगा। जिला मलेरिया अधिकारी ने कहा कि मच्छरों की रोकथाम के लिए विभाग प्रयास कर रहा है, इसमें लोगों का सहयोग भी जरूरी है.
उन्होंने अपील की है कि अगर अभी से ही मच्छरों के प्रजनन पर लगाम लगा दी जाए तो काफी हद तक डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि मच्छर जनित बीमारियों पर काबू पाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वेक्टर जनित रोग नियंत्रण अधिनियम 2015 के क्रियान्वयन के लिए विभाग की टीम होली के बाद सरकारी-निजी कार्यालयों, अस्पतालों, स्कूलों और आवासीय सोसायटियों का निरीक्षण शुरू करेगी. इस दौरान मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। अनावश्यक जल भराव, मच्छरों के प्रजनन स्थल की स्थिति में संबंधित को नोटिस जारी किया जाएगा। नोटिस के बाद भी यदि दोबारा वही स्थिति पाई जाती है तो निर्धारित दर से जुर्माना भी लगाया जाएगा। प्रति साइट पेनाल्टी विभाग द्वारा निर्धारित है। जिला मलेरिया अधिकारी राजेश शर्मा ने बताया- एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से डेंगू फैलता है। एडीज एजिप्टी स्थिर और बहुत साफ पानी में प्रजनन करता है।
एक मादा मच्छर सिर्फ दस मिलीलीटर ठहरे हुए साफ पानी में अंडे दे सकती है। इसलिए इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी है कि घर के किसी भी बर्तन में, यहां तक कि कटोरी में भी कई दिनों तक पानी इकट्ठा नहीं होने देना चाहिए। उन्होंने बताया कि मुख्य रूप से अगस्त माह से डेंगू का संक्रमण काल शुरू हो जाता है। लेकिन गर्मी शुरू होने और कूलर एसी चलने से डेंगू के मच्छरों के पनपने की आशंका रहती है। इस बार गर्मी जल्दी शुरू हो गई है। डेंगू फैलाने वाला मच्छर गड्ढों और कूलर आदि में जमा साफ और ठहरे हुए पानी में ही पनपता है। यह मच्छर दिन में काटता है। डेंगू से बचाव के लिए बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि डेंगू का लार्वा बिना पानी के कई महीनों तक जीवित रह सकता है। गर्मियों के अंत में यदि कूलर को सैंडपेपर से साफ किए बिना या उस पर पेंट किए बिना रखा जाए तो अगले प्रयोग में डेंगू के लार्वा के जीवित रहने की संभावना रहती है।
यह पानी के संपर्क में आते ही फिर से सक्रिय हो जाता है। कूलर भी मच्छरों के प्रजनन का एक बड़ा जरिया हैं। डेंगू से बचाव के लिए ध्यान रखने वाली कुछ खास बातें 1. कूलर, पानी की टंकियों, पक्षियों के पीने के पानी के बर्तन, फ्रिज की ट्रे, फूलदान, नारियल के गोले, टूटे बर्तन, टायर आदि में पानी जमा न होने दें। 2. पानी से भरे बर्तनों और टंकियों को हमेशा ढक कर रखें। 3. समय-समय पर कूलर को खाली करें और अच्छी तरह सुखाकर ही दोबारा इस्तेमाल करें। 4. यह मच्छर दिन के समय काटता है इसलिए ऐसे कपड़े पहनें जिससे शरीर पूरी तरह ढका हो और खासकर बच्चों का ध्यान रखें। 5. खिड़कियों पर मच्छर रोधी जाली लगाएं और सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग अवश्य करें।
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News Source: https://royalbulletin.in/malaria-department-team-will-be-active-after-holi-in-noida/15985