मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय करने पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने अपनी मंजूरी दे दी है। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने इस बारे में केंद्रीय मंत्रिमंडल के फैसले पर मुहर लगाते हुए इसे अधिसूचित कर दिया है। इसके साथ ही अब आधिकारिक रूप से मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय हो गया है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 29 जुलाई को नई शिक्षा नीति को मंजूरी दी थी। नई शिक्षा नीति के मसौदे में मंत्रालय का नाम बदलना भी एक महत्वपूर्ण बिंदू था। सोमवार की रात जारी अधिसूचना में बताया गया कि राष्ट्रपति ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय करने पर अपनी मुहर लगा दी है।
इस मंत्रालय का नाम पूर्व में भी शिक्षा मंत्रालय था लेकिन 1985 में राजीव गांधी के कार्यकाल में इसका नाम बदलकर मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय कर दिया गया था। राजीव मंत्रिमंडल में पीवी नरसिम्हा राव पहले एचआरडी मंत्री बनाए गए थे। इसरो के पूर्व चेयरमैन के. कस्तूरीरंगन के नेतृत्व में नई शिक्षा नीति का मसौदा तैयार करने वाले पैनल ने अपनी सिफारिशों में इस मंत्रालय का नाम बदलकर फिर शिक्षा मंत्रालय करने का सुझाव दिया था।