
इस अस्पताल की नींव रखते हुए शिवपाल यादव ने कहा कि अब क्षेत्र की जनता को सस्ता और अच्छा इलाज उनके ही क्षेत्र में मिल सकेगा

प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने मंगलवार को मेरठ के जानी खुर्द में बन रहे 500 बेड के मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल व आयुर्वेद एडं नेचरोपैथी इंस्टीट्यूट का शिलान्यास किया। प्रसपा युवजसन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित जानी के द्वारा 53 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे इस अस्पताल की नींव रखते हुए शिवपाल यादव ने कहा कि अब क्षेत्र की जनता को सस्ता और अच्छा इलाज उनके ही क्षेत्र में मिल सकेगा।

शिवपाल ने कहा कि कोरोनाकाल की दूसरी लहर में लोगों को इलाज नहीं मिलने यूपी समेत देशभर में कई लोगों की जान चली गई, लेकिन, सरकार ने भविष्य को देखते हुए को देखते हुए कोई ठोस कदम नहीं उठाया। इसीलिए अमित जानी ने क्षेत्र के लोगों की सुविधा और उन्हें क्षेत्र में ही अच्छा इलाज देने के लिए जानी में अस्पताल और नेचरोपैथी इंस्टिट्यूट का निर्माण करने का फैसला किया है। उन्होने कहा, 10 बीघा जमीन में बनने वाले इस अस्पताल के लिए अमित जानी ने 53 करोड़ रुपये दिए हैं, जब हमारी सरकार आएगी तो हम अस्पताल की बेहतरी के लिए और भी बहुत कुछ करेंगे। सरकार बन जाएगी तो कौन सी कमी रहेगी।

एक विचारधारा की सभी पार्टियों को एक होना होगा
इस दौरान शिवपाल यादव ने जनता से भाजपा को उखाड़ फेंकने का अह्वान किया। शिवपाल ने कहा कि भाजपा जबसे सत्ता में आई है तब से आम जनता परेशान है। किसानों का शोषण बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि प्रसपा किसानों की हमदर्द है। शिवपाल ने कहा कि इस बार के चुनावों में अगर भाजपा को सबक सिखाना है तो एक विचारधारा की सभी पार्टियों को एक होना होगा। एक विचारधारा के सभी लोग एक जुट होंगे तभी भाजपा को हम सत्ता से हटा पाएंगे और जनता को एक अच्छी सरकार दे पाएंगे। शिवपाल ने कहा कि गठबंधन के लिए मैंने कई बार कोशिश की अब ज़िम्मेदारी अखिलेश यादव की। अगर उन्हें मुख्यमंत्री बनना है तो यह उनकी जिम्मेदारी है।
शिवपाल ने कहा कि पिछले दस माह से किसान कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे है। लेकिन, सरकार अनसुना कर रही है। भाजपा सरकार के कई फैसलों से देश व प्रदेश पीछे चला गया है। सरकार ने कालाधन वापस लाने का वादा किया था, लेकिन, कुछ नहीं हुआ। इन्होंने नोटबंदी की, लेकिन इसके बावजूद भी भ्रष्टाचार नहीं रुका। युवाओें को रोजगार भी नहीं मिल रहा है।

पैसों के अभाव में गरीब अब इलाज के लिए नहीं भटकेगा
अमित जानी ने कहा कि लोग अपनी समस्याओं के समाधान के लिए ही जनप्रतिनिधि को चुनते हैं, सरकार को चुनते हैं ताकि उन्हें अच्छा इलाज, अच्छी शिक्षा और मूलभूत सुविधाएं मिल सकें, लेकिन हकीकत यह है कि लोगों को एक अदद मोहल्ला क्लीनिक तक नहीं मिलता। कोरोना काल में लोग इलाज के लिए भटकते रहे। अस्पताल गरीब जनता से मोटा बिल वसूलते रहे। कई बार पैसों के अभाव में मरीज अपने परिजन को डिस्चार्ज नहीं करा पाते हैं। अस्पताल सिर्फ पैसा बनाने में लगे रहते हैं। इसी को देखते हुए मैने इस अस्पताल की नींव रखी है। ताकि पैसे के अभाव में कोई गरीब बिना इलाज न रहे।

10 करोड़ के विकास कार्य करवा चुके हैं अमित जानी
बता दें कि सिवालखास विधानसभा क्षेत्र में अमित जानी लगातार सक्रिय हैं। कोरोना काल में भी उन्होंने गरीबों और जरूरतमंदों की हर तरह से मदद की। इसके अलावा खबरीलाल द्वारा उठाए गए शास्त्रीनगर के हर्ष शर्मा के मुद्दे को भी उन्होंने संज्ञान में लेते हुए त्वरित मदद की और हर्ष की पढ़ाई और लोन चुकाने का बीड़ा उठाया। अमित जानी ने कुछ दिन पहले ही फेसबुक पोस्ट में दावा किया था कि वे सिवाल खास क्षेत्र में अब तक अपनी जेब से 10 करोड़ रुपये के विकास कार्य करवा चुके हैं। इसमें जरूरतमंदों की मदद भी शामिल हैं।
