
काफी लंबे समय के बाद दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर टोल लगाया जाना तय है। उम्मीद है कि इस बार 1 अप्रैल से टोल कलेक्शन शुरू हो जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक सड़क परिवहन मंत्रालय और एनएचएआई मुख्यालय की ओर से यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि समयबद्ध तरीके से टोल वसूली की जाएगी। तिथि में कोई परिवर्तन नहीं होगा। इसलिए टोल वसूली से संबंधित सभी तैयारियों को पुख्ता रखा जाएगा। टोल वसूली के संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक तारीख घोषित नहीं की गई है, लेकिन एक से दो सप्ताह में अधिसूचना जारी की जा सकती है।Read Also:-मेरठ : विधानसभा चुनाव में हार के बाद जनता के बीच पहुंचे संगीत सोम, कहा- वह आज भी 100 विधायकों के बराबर अकेले, पहले की तरह विकास कराने का काम करेंगे
ऐसी भी संभावना है कि टोल दरों में संशोधन किया जा सकता है। यानी दिल्ली से मेरठ के बीच यात्रा करने वालों को 140 रुपये से अधिक का टोल चुकाना पड़ सकता है। गौरतलब है कि पिछले साल अगस्त में एनएचएआई ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर टोल वसूली का प्रस्ताव भेजा था। इसमें 140 रुपये प्रति कार (वन वे) का टोल रेट प्रस्तावित किया गया था। उस समय मंत्रालय ने यह कहते हुए टोल प्रस्ताव को मंजूरी देने से इनकार कर दिया था कि एक्सप्रेस-वे (यूपी गेट-डासना) का दूसरा चरण अभी पूरा नहीं हुआ है।
ANPR कैमरा ट्रायल शुरू
पिछले साल 19 दिसंबर को टोल वसूली के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी, लेकिन उस दिन टोल वसूली रोक दी गई थी। 1 अप्रैल को एक्सप्रेसवे यातायात के लिए खुला एक साल पूरा कर लेगा। इसलिए अब मुख्यालय भी इसमें देरी नहीं करना चाहता। वैसे भी पूरे देश में 1 अप्रैल से NHAI टोल दरों में संशोधन करता है और वसूली के लिए टेंडर जारी करता है। इसलिए इस बार इस बात की प्रबल संभावना है कि 1 अप्रैल से टोल वसूली शुरू हो सकती है। इसे देखते हुए एनएचएआई ने एक्सप्रेस-वे पर लगे ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर कैमरा (एएनपीआर) का ट्रायल भी शुरू कर दिया है।

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