
मेरठ में मानवाधिकार एवं न्याय सुरक्षा प्रहरी ने पेट्रोल, डीजल, सीएनजी व रसोई गैस सहित आवश्यक खाद्य सामग्री के बढ़ते रेट को लेकर प्रदर्शन किया गया।
यूपी के मेरठ में मंगलवार को मानवाधिकार एवं न्याय सुरक्षा प्रहरी के मेरठ मंडल अध्यक्ष ओमकार शर्मा के तत्वाधान में पेट्रोल, डीजल, सीएनजी व रसोई गैस सहित आवश्यक खाद्य सामग्री के बढ़ते रेट को लेकर प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने केंद्र की गलत नीतियों की वजह से मूल्यों में वृद्धि होना बताया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।ज्ञापन में अनेक मांगे रखी गईं। जिसमें पैट्रोल, डीजल, सीएनजी एवं रसोई गैस को जीएसटी के दायरे में लाना, आवश्यक खाद्य सामग्री सरसों का तेल, रिफाइन्ड, दाल, आलू व सब्जियों के दाम निर्धारित का उस पर कानून बनाया जाये। कानून के हिसाब से निर्धारित मूल्य से ज्यादा रेट पर बेचने पर सजा का प्रावधान हो।मेरठ मण्डल अध्यक्ष ओमकार शर्मा ने कहा की कोरोना के कारण प्रति व्यक्ति आय लगभग खत्म सी हो गई है। लेकिन सरकार की गलत नीतियों के कारण महंगाई बढ़ गई है।
मेरठ मंडल महामन्त्री अरूण शर्मा ने कहा कि जब सभी वस्तुएं जीएसटी के दायरे में है तो डीजल, पेट्रोल, सीएनजी व रसोई गैस क्यों नहीं। इन्हें भी जीएसटी के दायरे में लाया जाये। महानगर अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ पुष्पा गुर्जर ने कहा कि रसाई गैस की कीमतों में अत्यधिक वृद्धि व आवश्यक खादय पदार्थ सरसो का तेल, रिफाइंड, दाल व सब्जियों के बढ़ते दाम ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। इसलिए हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग करते है कि रसाई गैस, आवश्यक खाद्य सामग्री व सब्जियों पर हो रही मूल्य वृद्धि रोकी जाए। यह भी पढ़ें – बदन सिंह बद्दो फेसबुक पार्ट 4 : कारोबार खोने के डर से ब्रजलाल ने मुझपर फर्जी मुकदमे लगवाए, मुझे एनकाउंटर में मारना चाहा।
इस दौरान कार्यकर्ताओं ने मांग पूरी नहीं होने पर बड़े स्तर पर आंदोलन की चेतावनी दी। इस मौके पर पीएम के नाम डीएम को ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान अरुण नागर, सोनू कुमार, श्रीप्रकाश, राजाराम यादव, नवीन गुर्जर, रामावतार चौहान, संजय गर्ग, कृष्ण मोहन दुबे, कविराज गौरव कुमार, विनोद कुमार और जितेन्द्र आदि मौजूद रहे।
