
मेरठ में शनिवार शाम स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गढ़ रोड नौचंदी व मेरठ कॉलेज के पास पैथोलॉजी लैब में जांच की। टीम ने अलग-अलग जगहों पर 15 लैब की जांच की। जांच के दौरान पता चला कि लैब बिना डॉक्टर के चल रही थी। लैब में टेक्नीशियन नहीं थे। चार लैब को सील कर दिया गया है। जबकि दो लैब को नोटिस दिया गया है।Read Also:-उत्तर प्रदेश : अप्रैल में तीन बार मिलेगा मुफ्त राशन, जानें सीएम योगी ने क्या कहा
डीएम के आदेश पर की गई कार्रवाई
डीएम के. बालाजी के निर्देश पर सीएमओ अखिलेश मोहन ने यह कार्रवाई की है। जहां जांच के लिए डॉक्टरों की एक वरिष्ठ टीम गठित की गई थी। सीएमओ डॉ अखिलेश मोहन ने बताया कि जांच में लैब मानकों के विपरीत चलती पाई गई। वहीं, डॉक्टर और टेक्नीशियन की कमी के चलते और भी लापरवाही सामने आई। यह अभियान भविष्य में भी जारी रहेगा। पूरे मामले की रिपोर्ट जिलाधिकारी मेरठ को भेजी जा रही है।
तीन गुना तक की दर से शुल्क लिया जा रहा था
जांच में पता चला कि लैब का संचालन अवैध रूप से किया जा रहा था। जहां ब्लड, शुगर, वायरल और अन्य बीमारियों के सैंपल टेस्ट के लिए तीन गुना तक पैसे वसूले जा रहे थे। मौके पर मिले कर्मचारी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। जिसके चलते यह कार्रवाई की गई है। गुडविल लैब, न्यूलाइफ लैब, सिटी कलेक्शन सेंटर, मोलूसर कलेक्शन सेंटर को सील कर दिया गया है। वहीं, अन्य दो लैब के लिए नोटिस जारी किया गया है।

देश दुनिया के साथ ही अपने शहर की ताजा खबरें अब पाएं अपने WHATSAPP पर, क्लिक करें। Khabreelal के Facebookपेज से जुड़ें, Twitter पर फॉलो करें। इसके साथ ही आप खबरीलाल को Google News पर भी फॉलो कर अपडेट प्राप्त कर सकते है। हमारे Telegram चैनल को ज्वाइन कर भी आप खबरें अपने मोबाइल में प्राप्त कर सकते है।