
मेरठ में ट्रैफिक नियम तोड़ने और कांस्टेबल को रिश्वत देकर छूटने वाले अब नहीं बच पाएंगे। क्योंकि अब ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले ऐसे लोगों और भ्रष्टाचार फैलाने वाले पुलिसकर्मियों पर बॉडी वियर कैमरों से नजर रखी जाएगी। मेरठ पुलिस को उत्तर प्रदेश सरकार से 300 बॉडी वार्न कैमरे मिले हैं। चौराहे पर खड़ा पुलिसकर्मी ये कैमरे अपनी वर्दी पर लगाएगा। इसमें चौराहे पर होने वाली हर घटना का ऑडियो और वीडियो तुरंत रिकॉर्ड किया जाएगा। इन कैमरों की मदद से ट्रैफिक पुलिस में फैला भ्रष्टाचार रुकेगा, वहीं पुलिसकर्मियों के साथ अभद्रता करने वालों को पकड़ा जाएगा और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वाहन चेकिंग से लेकर चालान करने तक की हर गतिविधि अब आसानी से कैद हो जायगी।Read Also:-जरुरी खबर : अगर आपके पास भी है पैन-आधार, तो पढ़ें ये खबर: इन लोगों को देना होगा जुर्माना
चौराहे से भी गायब नहीं हो पाएंगे पुलिसकर्मी
इन कैमरों की मदद से कंट्रोल रूम को चौराहे की पूरी स्थिति मिलती रहेगी। अगर कहीं जाम है और वहां ट्रैफिक पुलिस गायब है तो कंट्रोल रूम को तुरंत कैमरे से जानकारी मिल जाएगी। ड्यूटी से निकलते समय ट्रैफिक पुलिसकर्मी आपस में बातें करते रहते हैं। जाम के दौरान भी पुलिसकर्मी चौराहे पर नहीं होते हैं। ऐसे में वाहन चालक भी मनमानी करते हैं, ऐसे में कैमरा हर समय पुलिस कर्मी और ट्रैफिक की हर गतविधि पर नजर रखेगा।
अभद्रता और बदसलूकी की फुटेज भी होगी कैद
दरअसल, अक्सर लोग सड़कों पर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों से उलझते हुए नजर आते हैं। महिला पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी की जा रही होती है। अब बॉडी वार्न कैमरे लगने से ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को मदद मिलेगी। क्योंकि अगर कोई अभद्रता करता है तो घटना की फुटेज कैमरे में कैद हो जाएगी, जिसके आधार पर ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई कर करेगी।

मुख्य चौराहे के पुलिसकर्मी की वर्दी पर लगेगा ये कैमरा
शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की वर्दी पर कैमरे लगाए जाएंगे। इन कैमरों की खासियत यह है कि कोई भी आसानी से वीडियो और रिकॉर्डिंग से छेड़छाड़ नहीं कर पाएगा। पुलिसकर्मी के शर्ट पर कंधे के पास कैमरा लगा होगा। यदि पुलिसकर्मी किसी व्यक्ति से पैसे की मांग करता है या अभद्रता करता है, तो उसमें तस्वीर के साथ पूरी बातचीत रिकॉर्ड की जाएगी। कैमरों को जीपीएस और जीपीआरएस के जरिए सीधे कंट्रोल रूम से जोड़ा जा रहा है। एक कैमरे की कीमत करीब 25 हजार रुपए है।
जीपीएस इंफ्रा रेजर के साथ हैं ये कैमरे
ये सभी बॉडी वार्म कैमरे हैं। इसमें जीपीएस इंफ्रा रेजर ऑडियो वीडियो की सुविधा है। कैमरे हर समय चालू रहेंगे। पूरे पल का ऑडियो और वीडियो दोनों रिकॉर्ड किया जाएगा। ये कैमरे शहर के मुख्य चौराहों पर तैनात ट्रैफिक टीआई टीएसआई हेड कांस्टेबल को दिए गए हैं। प्वाइंट पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मी अपनी वर्दी में कैमरा लगाएगा। ये कैमरे ड्यूटी के दौरान चालू रहेंगे। कैमरे लगने से पुलिस का काम बेहतर होगा, ट्रैफिक संबंधी दिक्कतें दूर होंगी।
एसएसपी प्रभाकर चौधरी का कहना है कि मेरठ में 300 बॉडी वार्म कैमरे लगे हैं। ये कैमरे ट्रैफिक पुलिस खासकर महिला पुलिसकर्मियों को दिए जा रहे हैं। अक्सर इन कैमरों से ट्रैफिक पुलिस पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की हकीकत का पता चलेगा, पुलिसकर्मियों के साथ अभद्रता भी रुकेगी।

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