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कैपिटल्स की चुनौती पार कर मुंबई बनी डब्ल्यूपीएल चैंपियन

मुंबई- मुंबई इंडियन्स ने विमेंस प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) के सांस रोक देने वाले फाइनल में रविवार को दिल्ली कैपिटल्स को सात विकेट से हराकर इस टूर्नामेंट का पहला खिताब जीत लिया।

कैपिटल्स ने शिखा पांडे (27 नाबाद) और राधा यादव (27 नाबाद) की बदौलत मुंबई के सामने 132 रन का लक्ष्य रखा। मुंबई ने नैट सिवर-ब्रंट (60 नाबाद) और हरमनप्रीत कौर (37) की धैर्यवान पारियों की बदौलत यह लक्ष्य तीन गेंद शेष रहते हासिल कर लिया।

कैपिटल्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 79 रन पर नौ विकेट गंवा दिये, जिसके बाद शिखा-राधा ने आखिरी विकेट के लिये 24 गेंद पर 52 रन की साझेदारी करके टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।

कैपिटल्स के कंजूस गेंदबाजों ने एड़ी-चोटी का ज़ोर लगाकर मैच को रोमांचक बनाया लेकिन सिवर-ब्रंट की अर्द्धशतकीय पारी ने मुंबई को जीत दिला दी। सिवर-ब्रंट ने 55 गेंद पर सात चौकों के साथ नाबाद 60 रन बनाते हुए हरमनप्रीत के साथ 72 रन की साझेदारी की। हरमनप्रीत लक्ष्य तक पहुंचने से पहले आउट हो गयीं मगर सिवर-ब्रंट ने 20वें ओवर की तीसरी गेंद पर विजयी चौका जड़कर मुंबई को ऐतिहासिक डब्ल्यूपीएल खिताब जिता दिया।

कैपिटल्स ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी लेकिन इज़ी वॉन्ग की फुलटॉस गेंदों के कारण उनकी शुरुआत अपेक्षा के विपरीत हुई। सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा चार गेंद पर 11 रन बनाकर वॉन्ग की फुलटॉस पर आउट हो गयीं। शेफाली ने पवेलियन लौटने से पहले नो बॉल के लिये रिव्यू भी लिया लेकिन अंपायर का फैसला अडिग रहा।

दो गेंद बाद एलिस कैपसी भी फुलटॉस पर कैच देकर पवेलियन लौट गयीं। कप्तान मेग लैनिंग ने तीसरे ओवर में दो चौके जड़कर प्रहार जारी रखा, जबकि दूसरे छोर से जेमिमा रॉड्रिग्स के रूप में कैपिटल्स को तीसरा झटका लगा। नौ रन बनाने वाली जेमिमा फुलटॉस पर वॉन्ग का तीसरा शिकार रहीं।

कैपिटल्स के तीन विकेट 35 रन पर गिरने के बाद लैनिंग और मरिज़ाने काप ने पारी को संभाला। काप 21 गेंद पर दो चौकों के साथ 18 रन का योगदान ही दे सकीं, लेकिन दोनों के बीच चौथे विकेट के लिये 38 रन की साझेदारी हुई। इससे पहले कि कैपिटल्स की पारी संभलती, अमेलिया केर ने काप को पवेलियन लौटा दिया, जबकि एक रन बाद लैनिंग रनआउट हो गयीं। केर ने इसके बाद अरुंधती रेड्डी को आउट किया, जबकि हेली मैथ्यूज़ ने जेस जॉनसन, मिन्नू मणी और तानिया भाटिया का विकेट चटकाकर कैपिटल्स की मुश्किलें बढ़ा दीं।

मात्र 79 रन पर नौ विकेट गिरने के बाद कैपिटल्स ऑलआउट होने की कगार पर थी लेकिन शिखा और राधा की अविश्वसनीय साझेदारी ने उसे सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचा दिया। कैपिटल्स ने मैथ्यूज़ की कंजूस गेंदबाजी से उभरकर अंतिम चार ओवर में 52 रन जोड़े। शिखा ने इस अर्द्धशतकीय साझेदारी में 17 गेंद पर तीन चौकों और एक छक्के के साथ 27 रन बनाये, जबकि राधा ने 12 गेंद पर दो चौकों और दो छक्कों की मदद से 27 रन का योगदान दिया। मुंबई की आखिरी विकेट की तलाश अधूरी ही रही और कैपिटल्स ने 20 ओवर में 131/9 का स्कोर खड़ा किया।

मुंबई की सबसे महंगी गेंदबाज वॉन्ग (चार ओवर, 42 रन) और सबसे किफायती गेंदबाज मैथ्यूज़ (चार ओवर, पांच रन) ने तीन-तीन विकेट लिये। केर ने चार ओवर में 18 रन देकर दो सफलताएं हासिल कीं।

गेंद से करिश्मा दिखाने वाली मैथ्यूज़ ने पहले ओवर में दो चौके जड़कर मुंबई को तेज शुरुआत दिलाई लेकिन कैपिटल्स ने जल्द ही विकेट गिराते हुए रनों पर लगाम कस ली। मुंबई का पहला विकेट भी फुलटॉस पर यास्तिका भाटिया के रूप में गिरा। मैथ्यूज़ (13) मिड-ऑन पर अरुंधती के नायाब कैच की भेंट चढ़ गयीं।

कैपिटल्स ने कसी हुई गेंदबाजी जारी रखी जबकि चार ओवर के अंदर दो विकेट गिरने के बाद हरमनप्रीत और सिवर-ब्रंट ने धैर्य के साथ बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। कैपिटल्स ने जहां पावरप्ले में तीन विकेट के नुकसान पर 38 रन बनाये थे, वहीं मुंबई मात्र 27 रन ही जोड़ सकी।

तेज गेंदबाजों के स्पेल खत्म होने के बाद लैनिंग ने स्पिनरों को गेंद थमाई। हरमनप्रीत ने जॉनसन और कैपसी की अनुभवहीन स्पिन जोड़ी को निशाना बनाकर तेजी से रन बनाये और मुंबई ने मध्य ओवरों में बिना विकेट गंवाये 60 रन जोड़ लिये। मुंबई का स्कोर 13 ओवर में 76 रन पर पहुंचने के बाद मैच कैपिटल्स के हाथ से निकल रहा था। लैनिंग ने रनगति पर लगाम कसने के लिये तेज गेंदबाजों को वापस बुलाया और उनकी योजना सफल भी रही। हरमनप्रीत रन चुराने के प्रयास में 17वें ओवर की पहली गेंद पर रनआउट हो गयीं।

कैपिटल्स यहां मुकाबला अपनी गिरफ्त में कर सकता था लेकिन सिवर-ब्रंट ने उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। सिवर-ब्रंट ने इसी ओवर में दो चौके जड़कर अपनी टीम को दबाव से निकाला। शिखा पांडे ने 18वें ओवर में मात्र पांच रन दिये लेकिन सिवर ब्रंट ने 19वें ओवर की पहली ही गेंद पर जॉनसन को चौका जड़कर अपना अर्द्धशतक पूरा किया।

पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरीं केर ने भी सिवर-ब्रंट का साथ देते हुए दो चौके जड़े, जिसके बाद मुंबई को आखिरी ओवर में सिर्फ पांच रन की दरकार थी। केर ने पहली गेंद पर सिंगल लेकर सिवर-ब्रंट को स्ट्राइक दी। सिवर-ब्रंट ने दूसरी गेंद पर दो रन लिये, जबकि तीसरी गेंद पर चौका जड़कर मुंबई को डब्ल्यूपीएल चैंपियन बना दिया।

गौरतलब है कि मुंबई इंडियन्स की पुरुष टीम पांच बार इंडियन प्रीमियर लीग जीतकर टूर्नामेंट की सबसे सफल फ्रेंचाइजी है। इस फ्रेंचाइजी की महिला टीम ने पहला डब्ल्यूपीएल खिताब जीतकर वही राह पकड़ ली है।

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News Source: https://royalbulletin.in/mumbai-became-wpl-champion-by-overcoming-the-challenge-of-capitals/25884

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