
इससे पहले रत्नागिरि के एसपी ने मंत्री अनिल परब को फोन कर उनसे पूछा कि नारायण राणे पूछ रहे हैं कि अरेस्ट वारंट कहां हैं? अनिल परब ने जवाब में कहा कि ‘मैंने डीजीपी से बात की है
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे (Union Minister Narayan Rane) काे संगमेश्वर में गिरफ्तार कर लिया गया है। इससे पहले उनकी जमानत अर्जी रत्नागिरि कोर्ट ने नामंजूर कर दी थी। रत्नागिरि पुलिस अधीक्षक नारायण राणे से मिलने पहुंचे, यहां उन्होंने कागजी कार्रवाई की और नारायण राणे को हिरासत में ले लिया। अब नारायण राणे को अब रत्नागिरि कोर्ट में पेश किया जाएगा।Also Read:-Rane VS Uddhav: नारायण राणे के घर पर पथराव, महाराष्ट्र में भिड़े शिवसेना- बीजेपी कार्यकर्ता, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

उधर गिरफ्तारी होते ही राणे की तबियत खराब हो गई। पुलिस उन्हें लेकर अस्पताल आई, यहां डॉक्टरी जांच में उनका बीपी और शुगर लेवल बढ़ा हुआ पाया गया। पुलिस नारायण राणे को लेकर नासिक की ओर चली गई।गिरफ्तारी के बाद इसकी जानकारी राज्यसभा अध्यक्ष और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को दी जाएगी। पुलिस यह जानकारी उन्हें हिंदी या अंग्रेजी में देगी।

इससे पहले रत्नागिरि के एसपी ने मंत्री अनिल परब को फोन कर उनसे पूछा कि नारायण राणे पूछ रहे हैं कि अरेस्ट वारंट कहां हैं? अनिल परब ने जवाब में कहा कि ‘मैंने डीजीपी से बात की है, अरेस्ट करने के लिए कौन सा ऑर्डर लेने की जरूरत होती है?’ बता दें कि नासिक पुलिस आयुक्त दीपक पांड्ये ने उनको गिरफ्तार करने का आदेश दिया था, उन्होंने रत्नागिरि पुलिस से आग्रह किया था कि वे नारायण राणे को अरेस्ट करे, जिसके बाद रत्नागिरी पुलिस अधीक्षक द्वारा उन्हें गिरफ्तार किया गया।

बिना अरेस्ट वारंट के गिरफ्तार किया जा रहा, कानून का राज है कि गुंडाराज?’
राणे के सहयोगी प्रमोद जाठार ने कहा कि पुलिस बिना अरेस्ट वारंट ही केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को गिरफ्तार करने पहुंच गई है। एसपी बार-बार बोल रहे हैं कि मुझे पांच मिनट में अरेस्ट करने को कहा है, मेरे ऊपर बहुत दबाव है। मैंने उनसे बार-बार पूछा कि कौन सा दबाव है, यह तो बताओ। राणे के सहयोगी का कहना है कि उन्होंने एसपी से कहा कि नारायण राणे एक केंद्रीय मंत्री हैं, इसका एक प्रोटोकॉल होता है। हमने हाईकोर्ट में एंटिसिपेटरी बेल के लिए अपील की है। हमें अरेस्ट वारंट दिखाइए नारायण राणे खुद जाकर गाड़ी में बैठ जाएंगे। महाराष्ट्र में कानून का राज है या गुंडाराज?

बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी तुरंत सुनवाई करने से किया इनकार
बता दें कि नारायण राणे अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट चले गए थे, लेकिन बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी तुरंत सुनवाई करने से इनकार कर दिया। इससे पहले नारायण राणे के खिलाफ नासिक, पुणे सहित चार जगहों पर केस दर्ज किया गया था। साथ ही औरंगाबाद और खेरवाड़ी में भी FIR दर्ज करने की मांग की गई है। राणे के खिलाफ 3 FIR दर्ज होने के बावजूद शिवसेना के गढ़ यानी कोंकण में उनकी जन आशीर्वाद यात्रा जारी है।

राणे के बयान से भाजपा का किनारा
नारायण राणे के बयान पर पूर्व CM फडणवीस ने कहा, ‘मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लेकर नारायण राणे को लेकर जो भी टिप्पणी की है, हम उसका समर्थन नहीं करते हैं। किसी के खिलाफ भी बोलने का एक तरीका होता है और मुझे लगता है कि उसी दायरे में रहकर वह बात कहनी चाहिए, लेकिन हमें यह समझना होगा कि उन्होंने यह बयान किस परिपेक्ष में दिया है। भारतीय जनता पार्टी वक्तव्य का समर्थन नहीं करती है, लेकिन हम उस व्यक्ति का समर्थन करते हैं। भारतीय जनता पार्टी नारायण राणे के साथ पूरी ताकत के साथ खड़ी रहेगी।

फडणवीस ने आगे कहा कि मुझे आश्चर्य है कि शर्जील उस्मानी नाम का एक व्यक्ति महाराष्ट्र में आकर यहां के लोगों को गाली देता है, हिंदुओं को गाली देता है। शुरू में पुलिस उसके खिलाफ FIR तक दर्ज नहीं करती है। उस पर कोई कार्रवाई नहीं करती, लेकिन केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बयान के बाद तीन जगह FIR दाखिल होती है और टीमें उन्हें अरेस्ट करने के लिए निकलती हैं। इसके बाद पुलिस कमिश्नर आदेश देते हैं कि उनको पकड़ा जाए और कोर्ट के सामने हाजिर किया जाए।
ठाकरे पर राणे का विवादित बयान
दरअसल नारायण राणे महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रहे हैं। पिछले दिनों उनकी यात्रा रायगढ़ के महाड पहुंची थी। यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए नारायण राणे पर उद्धव ठाकरे को लेकर कहा था, ‘यह कैसा मुख्यमंत्री है जिसको अपने देश का स्वतंत्रता दिवस पता नहीं। मैं वहां होता तो कान के नीचे थप्पड़ लगा देता।’
नारायण राणे को मुर्गी चोर कहकर पुकार रहे शिवसैनिक
राणे के बयान के बाद शिवसैनिक आक्रामक नजर आ रहे हैं। नासिक में तकरीबन आधा दर्जन शिवसेना कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यालय पर पथराव भी किया। कई जगह पर भाजपा और शिवसेना कार्यकर्ता आमने सामने आ गए। जिसके चलते पुलिस को भी हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। उधर शिवसैनिकों ने नारायण राणे को मुर्गी चोर कहकर पुकारना शुरू किया है। इतना ही नहीं अपने इस विरोध प्रदर्शन के लिए शिवसैनिकों ने अपने साथ मुर्गियां भी लाई हुई है। वहीं औरंगाबाद में केंद्रीय मंत्री के विरोध में शिवसेना के सदस्यों ने चप्पल मारो आंदोलन शुरू किया। इसके अलावा नासिक और पुणे के अलावा महाराष्ट्र के 17 शहरों में कार्यकर्ताओं ने हंगामा काटा।
बिना सुरक्षा बाहर घूमकर दिखाएं नारायण राणे
शिवसेना कार्यकर्ताओं ने उन्हें बगैर सुरक्षा के बाहर निकलने की चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि नारायण राणे ने हमारे सीएम को लेकर जिस गलत शब्द का प्रयोग किया है, हम इसका विरोध करते हैं और उसे चैलेंज करते हैं वो बिना सुरक्षा के यहां घूमकर दिखाएं। वहीं बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने कहा कि मुझे कौन चिपलुन के बाहर निकलने नहीं देगा। यह मुझे भी देखना है। मेरा दौरा जारी रहेगा मैं किसी के रोकने से रुकने वाला नहीं हूं।