प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अतीक अहमद और भाई अर्शफ की हत्या के मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. जहां तीनों आरोपियों को नैनी जेल से प्रतापगढ़ शिफ्ट कर दिया गया है। वहीं, गोलीकांड में प्रयुक्त तमंचा आरोपियों को मुहैया कराने वाले के बारे में भी जानकारी सामने आई है. पुलिस सूत्रों के अनुसार कानपुर के एक बदमाश ने तीनों शूटरों के लिए हथियारों का इंतजाम किया था।
जानकारी के अनुसार कुख्यात अपराधी रईस बनारसी का भतीजा बाबर नाम के बदमाश ने तीनों आरोपियों को पिस्टल मुहैया कराई थी. हथियार मुहैया कराने वाला बाबर कानपुर जेल में सजा भी काट चुका है। आरोपी सन्नी से बाबर की मुलाकात 2020-21 के दौरान हुई थी। दोनों की मुलाकात कानपुर जेल के अंदर हुई थी।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बदमाश बाबर ने ही तीनों आरोपियों को हथियार पहुंचाए थे। बाबर के पंजाब के कुछ अपराधियों से संबंध हैं। फिलहाल बाबर फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। वह आर्म्स एक्ट मामले में पहले ही दोषी करार दिया जा चुका है और सजा काटकर जेल से बाहर आ चुका है।
अहम सूत्रों का कहना है कि अतीक और अशरफ की हत्या में कानपुर और बनारस का कनेक्शन है।
गौरतलब है कि मौके से एक शूटर के पास से तुर्की निर्मित जिगना पिस्टल बरामद हुई थी, कानपुर के बाबर ने ही जिगना पिस्टल मुहैया कराई थी. इससे पहले कानपुर हिंसा में बाबर का नाम सामने आया था। बाबर बनारसी के कुख्यात अपराधी रईस बनारसी का भतीजा है।
बाबर कानपुर के कुख्यात डी-2 गैंग का सक्रिय सदस्य है और यह गैंग सेमी ऑटोमेटिक हथियारों का अवैध कारोबार भी करता है. जिगाना पिस्तौल मूल रूप से तुर्की की हथियार कंपनी तिसास द्वारा निर्मित हैं और भारत में प्रतिबंधित हैं। खूबियों के चलते यह पिस्टल भारत में गैंगस्टरों की पसंदीदा है।
साल 2021 में पंजाब पुलिस ने पाकिस्तान से तस्करी कर लाई गई 48 विदेशी पिस्टल बरामद की थी, जिनमें से 19 जिगाना थीं. तुर्की की कंपनी Tisas ने साल 2001 में पहली बार इसका प्रोडक्शन किया था।
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News Source: https://royalbulletin.in/new-revelation-in-atiq-murder-case-babar-nephew-of-infamous-criminal-rais-banarasi/36372