Wednesday, May 31, 2023
No menu items!

महंगाई से नहीं कोई राहत, लगभग 15 फीसदी बढ़ जाएंगी अनाज की कीमतें

Must Read

बीएचयू में कोविड को लेकर अहम खोज, बन सकती है असरदार दवा, जर्मनी से मिला पेटेंट

नयी दिल्ली। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं ने कोरोनावायरस को लेकर एक अहम और बड़ी खोज की...

रामपुर तिराहा कांड के मूल दस्तावेज सीबीआई की फाइल से गायब, मुजफ्फरनगर कोर्ट ने सीबीआई से मांगी रिपोर्ट

मुजफ्फरनगर। सीबीआई की फाइल से रामपुर तिराहा कांड से जुड़े दस्तावेज गायब हो गए हैं. इस संबंध...

BPCL’s R&D Center Revolutionizes the Fuel Industry with Breakthrough Innovations and Patents

BPCL Introduces Ethanol-Diesel Blend for Cleaner Emissions The R&D division has filed 164 patents for cutting-edge innovations Adopts Innovative Approach to...
The Sabera Desk
The Sabera Deskhttps://www.thesabera.com
Verified writer at TheSabera

चेन्नई। क्रिसिल ने एक रिपोर्ट में कहा है कि पिछले पांच साल के औसत की तुलना में अगले वित्त वर्ष में अनाज की कीमतें 14-15 फीसदी अधिक रहने की उम्मीद है। अगर वजह की बात करें तो जलवायु परिवर्तन की अनियमितता, मजबूत वैश्विक मांग और घरेलू मांग में वृद्धि है।

चालू वित्त वर्ष में भी, पहले दस महीनों में अनाज की कीमतें सालाना आधार पर काफी बढ़ी हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि जहां गेहूं और धान की कीमतें 8-11 फीसदी बढ़ी हैं, वहीं मक्का, ज्वार और बाजरा की कीमतें 27-31 फीसदी बढ़ी हैं।

क्रिसिल को मौजूदा रबी सीजन में गेहूं का उत्पादन अधिक रहने की उम्मीद है। जनवरी 2023 (अप्रैल 2020 में घोषित मुफ्त खाद्यान्न योजना) से निर्यात पर निरंतर प्रतिबंध और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को बंद करने के बावजूद, जो पिछले वर्ष की तुलना में स्टॉक की स्थिति को आरामदायक स्तर तक लाने की उम्मीद है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि उपरोक्त उपाय वित्त वर्ष 2024 के लिए गेहूं की कीमतों पर दबाव डालेंगे। क्रिसिल के अनुसार, धान, मक्का, बाजरा और ज्वार जैसी प्रमुख खरीफ फसलों के लिए, अगले वित्त वर्ष के लिए भी उत्पादन अधिक होने का अनुमान है, बशर्ते मानसून सामान्य और अच्छी तरह से फैला हुआ हो।

हालांकि, नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन ने जून-जुलाई 2023 के बीच दक्षिण-पश्चिम मानसून पर अल नीनो के प्रभाव की लगभग 49 प्रतिशत संभावना और जुलाई-सितंबर के बीच 57 प्रतिशत की भविष्यवाणी की है, जैसा कि रिपोर्ट में कहा गया है।

क्रिसिल ने कहा- यह देखने योग्य है, यह खरीफ के लिए वर्षा को प्रभावित कर सकता है और सूखे की स्थिति पैदा कर सकता है, जैसा कि पिछले मजबूत अल नीनो वर्ष (2015) के दौरान हुआ था जब दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य से 14 प्रतिशत कम था और खरीफ अनाज का उत्पादन साल-दर-साल 2-3 प्रतिशत कम हुआ था।

.

News Source: https://royalbulletin.in/no-relief-from-inflation-prices-of-grains-will-increase-by-about-15-percent/10959

- Advertisement -महंगाई से नहीं कोई राहत, लगभग 15 फीसदी बढ़ जाएंगी अनाज की कीमतें

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -महंगाई से नहीं कोई राहत, लगभग 15 फीसदी बढ़ जाएंगी अनाज की कीमतें
Latest News

बीएचयू में कोविड को लेकर अहम खोज, बन सकती है असरदार दवा, जर्मनी से मिला पेटेंट

नयी दिल्ली। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं ने कोरोनावायरस को लेकर एक अहम और बड़ी खोज की...

रामपुर तिराहा कांड के मूल दस्तावेज सीबीआई की फाइल से गायब, मुजफ्फरनगर कोर्ट ने सीबीआई से मांगी रिपोर्ट

मुजफ्फरनगर। सीबीआई की फाइल से रामपुर तिराहा कांड से जुड़े दस्तावेज गायब हो गए हैं. इस संबंध में सीबीआई की ओर से...

BPCL’s R&D Center Revolutionizes the Fuel Industry with Breakthrough Innovations and Patents

BPCL Introduces Ethanol-Diesel Blend for Cleaner Emissions The R&D division has filed 164 patents for cutting-edge innovations Adopts Innovative Approach to Valorizing Bio-refinery Waste BPCL Unveils Groundbreaking...

नवनिर्वाचित अध्यक्ष ने शामली में अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ बैठक की

शामली। नगर परिषद शामली सभागार में नवनिर्वाचित अध्यक्ष द्वारा अधिकारियों एवं कर्मचारियों की संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें निर्णय लिया...

शामली में मूसलाधार बारिश के बाद पूरा शहर जलमग्न हो गया, सड़कों पर गंदगी फैल गई

शामली। बुधवार को हुई मूसलाधार बारिश के बाद पूरे शहर में जलभराव के कारण नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ा. नालों...

Latest Breaking News