उत्तरप्रदेश की योगी सरकार के लिए इससे ज्यादा शर्म की बात क्या होगी कि थानों में महिला हेल्प डेस्क बनवाने और मिशन शक्ति जैसे अभियान चलाने के बाद भी थानों में छेड़छाड़ और दुष्कर्म पीड़िताओं की सुनवाई नहीं हो रही, आरोपी खुले घूम रहे हैं और पुलिस कुछ नहीं कर रही।
जी हां यह मामला उत्तरप्रदेश के मेरठ जिले से है। यहां परीक्षितगढ़ क्षेत्र के खजूरी गांव में एक दुष्कर्म पीड़ित ने थाने में जहर खाकर जान दे दी। किशोरी से गांव के ही कुछ दबंग युवकों ने 3 माह पहले दुष्कर्म किया था। किशोरी ने पुलिस में रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी, मजिस्ट्रेट के सामने बयान भी दिए थे, लेकिन अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी होना तो दूर पुलिस ने पूछताछ तक नहीं की।
जान से मारने की धमकी देते थे
किशोरी की मां का आरोप है कि पांचों युवक उन पर शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहे थे और ऐसा न करने पर उनकी बेटी और पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे थे। किशोरी आरोपियों पर कार्रवाई की मांग के लिए आए दिन थाने जाती थी, लेकिन पुलिस उसे टरका देती थी। किशोरी के परिजनों का आरोप है कि युवकों के दबाव में पुलिस भी उनसे मुकदमा वापस लेने के लिए कहती थी।
मरने से पहले भी की थी कार्रवाई की मांग
किशोर ने परिक्षतगढ़ थाने पहुंचकर पुलिस से आरोपियों पर कार्रवाई के लिए कहा, लेकिन पुलिस ने फिर उसे घर लौट जाने को कहा, आरोप है कि पुलिस के लापरवाही भरे रवैये और आरोपियों की धमकी से परेशान आकर उसने थाने में ही जहरीला पदार्थ खा लिया और अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
इनके खिलाफ दर्ज है केस
किशोरी की मां ने बताया कि पांचों आरोपी दबंग है और आए दिन हथियारों के साथ उनके घर आकर धमकाते हैं। आरोपी की सोशल मीडिया प्रोफाइल पर भी हथियारों के साथ फोटो अपलोड हैं। बताया जा रहा है कि शादाब, गुलशेर और मनव्वर के खिलाफ थाने में 16 फरवरी 2021 को दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। शादाब के खिलाफ धारा 376 व गुलेशर व मनव्वर के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया था। पीड़िता ने न्यायालय में 64 के बयान में शादाब के भाई असरफ व चाचा सलमान के खिलाफ 376 में बयान दर्ज किए थे। किशोरी, तभी से थाने में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए चक्कर काट रही थीज़ लेकिन थाना पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही थी।
कार्रवाई की जा रही है
इस मामले में एसपी देहात केशव कुमार का कहना है कि मामले की विवेचना करने वाले SI अमित बालियान के खिलाफ जांच बैठा दी गई है। आरोपियों के विरुद्ध धारा 306 के तहत भी मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी पुलिसकर्मी व किशोरी के साथ दरिंदगी के आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा।
पहले भी पुलिस के रवैये ने ली जान
कुछ माह पहले ही पल्लवपुरम में भी एक छेड़छाड़ पीड़िता ने पुलिस के रवैये से तंग आकर दो मंजिला इमारत से कूदकर जान दे दी थी। पीड़ित को उसका पड़ोसी परेशान करता था, वह कई बार उसकी शिकायत कर चुकी थी, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की, जिससे परेशान होकर किशोरी ने आत्महत्या कर ली।